कांटी प्रखंड के सवार्धिक बाढ़ प्रभावित मिठनसराय माधोपुर गांव को बाढ़ से बचाने के लिए ग्रामीणों ने श्रमदान अभियान शुरू किया है। पूर्व जिला पार्षद नीरा देवी आज गांव में पहुंचकर वहां का जायजा लिया। बूढी़ गंडक की मुख्यधारा से निकलने वाली मिनी बांध का निरीक्षण करने के बाद मुखिया इन्द्रमोहन झा, मुखिया अनिल चौबे व ग्रामीणों के साथ बाढ़ से होने वाली तबाही के बारे में जानकारी ली। ग्रामीणों की समस्या से वैशाली सांसद वीणा देवी को अवगत कराते हुए निदान की पहल की। सांसद वीणा देवी ने कहा कि बाढ़ से गांव को बचाने के लिए जिलाधिकारी से लेकर जलसंसाधन विभाग के अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा। वह खुद मंगलवार की सुबह गांव का भ्रमण कर समस्या से रू-ब-रू होंगी।
इस पहल के लिए पूर्व जिला पार्षद नीरा देवी को बधाई दिया कि वह कांटी की इतनी बड़ी जनसमस्या को लेकर ग्रामीणों के साथ आगे आई हैं। कोल्लुआ पैगंबरपुर मिठनसराय, माधोपुर विकास समिति के संयोजक अधिवक्ता अरुण पांडे ने बताया कि गांव को बचाने के लिए पिछले दिनों सदादपुर के मुखिया अनिल चौबे की देखरेख में महापंचायत का आयोजन कर विषहर स्थान के पास टेनी बांध की मिनी धारा को श्रमदान व सरकार के सहयोग से बांध बनाने का निर्णय लिया गया था। काम भी चल रहा है। इधर, लगातार बारिश के कारण काम बंद है।
हर साल जान-मान का नुकसान
बूढ़ी गंडक नदी के किनारे बसे लस्करीपुर, सदातपुर, पैगम्बरपुर कोल्हुआ पंचायतों की करीब बीस हजार की आबादी बाढ़ से हर साल प्रभावित होती है। ग्रामीण गुडू सहनी ने बताया कि संगम घाट के पास ढेनी बांध से निकली मिनी धार के कारण हर साल बाढ़ से तबाही होती है। जान-माल का नुकसान होता है। बरसात के समय अगर कोई गांव में बीमार हो गया तो उसको इलाज के लिए गांव से निकलना मुश्किल हो जाता है। छत पर, बांध पर या फिर फोर लेन पर जान जोखिम में डालकर रहना पड़ता है।
भय बदल न जाए नदी की धार
वार्ड सदस्य समोध राम ने बताया कि अभी तीन साल से मिनी धार है। अगर इसको नहीं रोका गया तो आने वाले दिन में यह मुख्यधारा न बन जाए। अगर, ऐसा हुआ तो मिठनसराय-माधोपुर के साथ मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी रेलवे लाइन व फोर लेन के अस्तित्व पर खतरा होगा। टूटने का भय रहेगा। उसके बाद बैरिया इलाके में भी बड़ी तबाही होगी।
निरीक्षण में ये हुए शामिल
इस मौके लक्ष्मण सहनी, गुडू सहनी, दिलीप राम, मनोज लाल श्रीवास्तव अमीन, धर्मेन्द्र मिश्रा, संजय राय, सुरेन्द्र सिंह सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।