उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में एक हाईप्रोफाइल घराने में चोरी स्थानीय पुलिस के गले से न उतरने वाली फांस बन गई है। पुलिस महानिदेशक पद से से रिटायर हुए सुलखान सिंह के पैतृक गांव में उनके दो खानदानियों के यहां चोरों ने गुरुवार रात सेंध लगा दी। दोनों घरों से साढ़े चार लाख रुपये नगद और लगभग 10 लाख रुपये के जेवर चुरा लिए। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस का कहना है कि घटना में किसी पारिवारिक व्यक्ति के संलिप्त होने की आशंका है। मामले की जांच की जा रही है। चार दिन पहले पुलिस महानिदेशक पद से रिटायर होने वाले सुलखान सिंह का पैतृक घर तिंदवारी थाना क्षेत्र का जौहरपुर गांव में है। जौहरपुर के मजरा चारपूरा में पूर्व डीजीपी के पारिवारिक बाबा श्यामलाल सिंह के घर में गुरुवार रात चोर छत से दाखिल हुए और कमरे का दरवाजा तोड़कर 15 हजार रुपये नगद तथा जमीन में गड़ा 35 हजार रुपये, जेवर का बक्सा और घर की अटैची, सूटकेस आदि पार कर दिए। सुबह बक्सा घर के बाहर खेत में पड़े मिले। सुलखान सिंह के भतीजे सत्यवीर सिंह ने थाने में तहरीर दी है। चोरों ने इसी रात पूर्व डीजीपी के दूसरे खानदानी राम प्रताप सिंह के घर को बनाया।
उनके घर की लगभग 14 इंची पक्की दीवार में आरपार सेंध लगाकर अंदर दाखिल हुए और चावलों की टंकी में छिपी आलमारी की चाबी निकाल कर आलमारी खोल ली और उसमें रखे 6.40 लाख रुपये नगद तथा 20 तोला सोना और करीब साढ़े सात किलो चांदी के जेवर पार कर दिए। राम प्रताप के पुत्र उमेश ने बताया कि नगदी ट्रैक्टर खरीदने के लिए रखी थी। एक छोटा बक्सा टूटा हुआ घर के पिछवाड़े पड़ा मिला। कुछ कपड़े व अन्य सामान भी पड़ा मिला।
क्षेत्राधिकारी सदर राजीव प्रताप सिंह और तिंदवारी थाना इंस्पेक्टर प्रतिमा सिंह ने शुक्रवार को सुबह घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया। बेंदाघाट चौकी इंचार्ज सदाशिव मौर्य और उप निरीक्षक कौशलेश सिंह भी फोर्स के साथ मौजूद रहे। फोरेंसिक टीम ने भी नमूने आदि लिए। दिन भर पुलिस की गहमागहमी बनी रही।