कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पीएम मोदी को पत्र लिखा। दरअसल, पेट्रोल और डीजल की बढ़ती किमतों को लेकर सोनिया ने पत्र में कहा कि यह सरकार का कर्तव्य और जिम्मेदारी है कि वह दुखों को दूर करे, न कि लोगों को अभी भी अधिक से अधिक कठिनाई में डाले।
सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना महामारी के वक्त लोगों की परेशानी को बढ़ाने वाली इस बढ़ोतरी को वापस लिया जाए। सोनिया ने आगे लिखा कि मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि आखिर क्यों सरकार ऐसे दामों को बढ़ाए जाने पर विचार भी कर रही है जबकि कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रभाव ने लाखों लोगों के जीवन, व्यापार, नौकरी, और मध्य वर्ग पर इतना असर डाला है। यहां तक कि किसान भी इन परेशानियों का सामना कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में सोनिया ने यह भी कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ाकर 2,60,000 करोड़ रुपये का अतिरिक्त राजस्व जुटाने का प्रयास कर रही है, लेकिन जब प्रधानमंत्री देश के लोगों के आत्मनिर्भर होने की उम्मीद करते हैं तो ऐसे संकट के समय लोगों पर वित्तीय बोझ डालना उचित नहीं है।
इतना ही नहीं, सोनिया गांधी ने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में करीब नौ फीसदी की कमी आई, लेकिन सरकार ऐसे मुसिबत के समय लोगों को इसका लाभ देने के लिए कुछ नहीं कर रही है।
जानकारी के लिए बता दें कि पिछले दस दिन से तेल कंपनियां लगातार पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ा रही हैं। मंगलवार को पेट्रोल का दाम 47 पैसे और डीजल का दाम 93 पैसे प्रति लीटर तक का उछाल आया है।