लखनऊ: राजधानी लखनऊ के 10 बड़े पेट्रोल पम्पों पर मशीन में चिप लगाकर रिमोट से तेल की चोरी करने का बड़ा खुलासा हुआ है। ये सभी पेट्रोल पंप शहर के प्रमुख मार्गों पर स्थित हैं और यहां पूरे दिन भीड़ रहती है। गुरुवार की रात इन पेट्रोल पंपों पर एसटीएफ व जिला प्रशासन ने एक साथ छापेमारी की कार्रवाई शुरू की।

सभी जगहों से चिप और रिमोट बरामद होने से प्रशासन के अफसर सन्न रह गए। बताया जा रहा है कि एक पेट्रोल पंप से पांच से 15 लाख रुपये की चोरी की जाती थी। देर रात तक छापे की कार्रवाई जारी रही। इस गोरखधंधे में शामिल दर्जन भर प्रमुख विक्रेताओं की गिरफ्तारी होनी तय मानी जा रही है। जिन पेट्रोल पंपों पर छापेमारी हुई है और जहां गड़बड़ी मिली हैए उन सभी को शुक्रवार को सीज कर दिया जाएगा। साथ ही उनका लाइसेंस भी निलंबित होगा। छापे में यह भी पता चला है कि यह गैंग राजधानी लखनऊ में ही नहीं बल्कि प्रदेश के अन्य शहरों में भी सक्रिय है। एसटीएफ के एएसपी अरविंद चतुर्वेदीए एडीएम सिविल सप्लाई अलका वर्मा ने इस कार्रवाई की अगुवाई की।
अरविंद चतुर्वेदी के मुताबिक चोरी करने वाला एक बड़ा गैंग लखनऊ में कई दिनों से सक्रिय है। पेट्रोल चोरी गैंग के सदस्य पेट्रोल पम्प की मशीनों में एक इलेक्ट्रॉनिक चिप लगा दे रहे थे। इसका रिमोट कर्मचारी या पेट्रोल पम्प के मैनेजर के पास रहता। जब कोई बांट माप विभागए तेल कंपनी से चेकिंग के लिए आता तो रिमोट से चिप का स्विच बंद कर देते थे। इसके अलावा कोई उपभोक्ता घटतौली की शिकायत करता तो उससे पारदर्शी बोतल में पेट्रोल लेने को कहा जाता। इस बीच एक कर्मचारी बटन दबाकर चिप को बंद कर देता ओर नोजल से तेल पूरा निकलता।
जब वाहन में पेट्रोल डाला जाता था तो चिप ऑन रहती थी। एएसपी एसटीएफ डॉण् अरविंद चतुर्वेदी के मुताबिक यह चिप तेल को पूरा निकलने नहीं देती थी। पेट्रोल पम्पों पर चिप लगाकर होने वाली चोरी में लाखों की चपत का अनुमान लगाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि तकरीबन हर महीने 5 से 15 लाख रुपये तक की चोरी की जाती थी।
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