जालंधर के रियल एस्टेट डेवलपर का नाम
इंडियन एक्सप्रेस द्वारा लीक किए दस्तावेजों के अनुसार, इस लिस्ट में जालंधर के रियल इस्टेट डेवलपर पवितार सिंह उप्पल का नाम शामिल है। पैराडाइज पेपर के अनुसार, उप्पल ने अगस्त 2016 में सिल्वरलाइन एस्टेट लिमिटेड के नाम से डोमीनिका में एक कंपनी को रजिस्टर्ड किया।
इस कंपनी को प्रॉफिट कंपनी के तौर पर दिखाया गया और केवल उप्पल ही इस कंपनी के डायरेक्टर हैं। उप्पल ने कहा कि यह कंपनी उनके रिश्तेदार की है, जो डोमीनिका में रहता है और उसे हाई रैंकिंग डिप्लोमेट के तौर पर नियुक्त किया गया है।
हालांकि उन्होंने अपने रिश्तेदार का नाम बताने से इंकार कर दिया।
भड़ाना राजस्थान के कोटा का रहने वाला है। माल्टा में बनाई गई दोनों कंपनियों में भड़ाना को डायरेक्टर, शेयर होल्डर और लीगल प्रतिनिधि बताया गया है। इसके अलावा गाजियाबाद के पते पर डीआईसीआई एक्सपोर्ट नाम से कंपनी का रजिसटर्ड पता भी दिखाया है।
गाजियाबाद की दो महिलाओं के बारे में नहीं चला पता
भड़ाना के साथ में माल्टा में बनाई गई एक और कंपनी मोंडो टेसाइल होल्डिंग लिमिटेड में गाजियाबाद की रहने वाली दो महिलाओं का नाम भी शामिल है। इनके नाम नेहा शर्मा और मोना कलवानी है, जिनके बारे में किसी को नहीं पता है कि वो कहां पर हैं।
गाजियाबाद में जिस पते पर कई साल पहले वो रहती थीं, वो किराये का मकान था। भड़ाना की मां के अनुसार वो पहले जयपुर और बाद में दिल्ली में रहता है, लेकिन उनको भी उसका पता या फोन नंबर नहीं मालूम है।
रविश का भाई नवीन भडाना भीलवाड़ा में डॉक्टर है, जिसने इंडियन एक्सप्रेस को कहा कि लंबे समय से उसका रविश से किसी प्रकार का कोई संबंध नहीं है।