प्रशांत महासागर क्षेत्र में साझा हितों और एक प्रमुख शक्ति के रूप में भारत के उभरने में अमेरिका सहयोग करने को तैयार है. भारत के शीर्ष राजनयिक के तौर पर अमेरिका की अपनी पहली यात्रा के दौरान विदेश सचिव विजय गोखले ने बुधवार को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के मुख्यालय फॉगी बॉटम में राजनीतिक मामलों के सहायक विदेश मंत्री थॉमस शैनन से मुलाकात की.
अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पीटीआई से कहा, ‘उन्होंने भारत-अमेरिका सामरिक सहयोग , भारत-प्रशांत क्षेत्र में साझा हितों और एक प्रमुख शक्ति एवं सुरक्षा प्रदाता के रूप में भारत के उभार में अमेरिकी सहयोग पर चर्चा की.’ बैठक के दौरान अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना और दक्षिण एवं मध्य एशिया के लिये अमेरिकी विदेश मंत्रालय की मुख्य अधिकारी एलिस वेल्स भी मौजूद थे.
गोखले की यात्रा का मुख्य उद्देश्य दोनों देशों के बीच पहली टू प्लस टू वार्ता के लिए जमीन तैयार करना था. दोनों पक्षों के किसी भी अधिकारी ने अब तक ऐसे संवाद के लिये किसी तारीख की घोषणा नहीं की है.
हालांकि इससे पहले इसे मध्य अप्रैल तक सम्पन्न होना था. पिछले साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में हुई सफल मुलाकात के दौरान टू प्लस टू वार्ता शुरू करने की घोषणा हुई थी. इस बातचीत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण एवं उनके अमेरिकी समकक्ष मौजूद रहेंगे.
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