देश के पहले प्रधानमंत्री रहे पंडित जवाहर लाल नेहरू की संसदीय सीट रही फूलपुर उपचुनाव में प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग वहां के कांग्रेसी कार्यकर्ता कर रहे हैं. इलाहाबाद की कांग्रेस कमेटी ने फूलपुर लोकसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में प्रियंका गांधी वाड्रा को पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने के लिए बकायदा प्रस्ताव पास किया है.
इलाहाबाद जिला कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने आज पार्टी दफ्तर में बैठक कर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से न सिर्फ प्रियंका वाड्रा को पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने की मांग की है, बल्कि इस मांग का प्रस्ताव भी पेश कर उसे पार्टी हाईकमान को भेजा है.
बैठक में आम सहमति से यह दलील दी गई है कि पंडित नेहरू का चुनावक्षेत्र रही फूलपुर सीट पर प्रियंका वाड्रा को उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस न सिर्फ यह सीट जीत लेगी, बल्कि 2019 के आम चुनाव से पहले मोदी सरकार को सत्ता से उखाड़ फेंकने का बिगुल भी फूंक सकती है.बैठक में प्रियंका की उम्मीदवारी को लेकर नारेबाजी भी की गई.
इलाहाबाद की कांग्रेस कमेटी ने अपनी इस मांग का प्रस्ताव पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी को भेजकर उनसे इस पर विचार करने की अपील की है. बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रियंका को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग पर पार्टी हाईकमान जो भी फैसला लेगा, वह उन्हें मंजूर होगा.
बता दें कि यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे से खाली हुई इलाहाबाद की फूलपुर सीट पर हो रहे उपचुनाव को लेकर इलाहाबाद की जिला कांग्रेस कमेटी ने आज शहर के जीरो रोड स्थित दफ्तर पर अहम बैठक की.
इस बैठक में तीन प्रमुख प्रस्ताव पास किये गए. पहले प्रस्ताव में कहा गया कि पार्टी को फूलपुर सीट का उपचुनाव बिना किसी पार्टी से समझौता किये हुए अपने चुनाव चिन्ह पर ही लड़ना चाहिए. दूसरे प्रस्ताव में प्रियंका गांधी वाड्रा को टिकट दिए जाने की सिफारिश की गई. तीसरे और आखिरी प्रस्ताव में कहा गया कि पहले दो प्रस्तावों पर पार्टी हाईकमान जो भी फैसला लेगी, इलाहाबाद की पूरी कमेटी व सभी कार्यकर्ताओं को दिल से मंजूर होगा. प्रियंका के नाम के प्रस्ताव पर काफी देर तक बहस भी हुई. आख़िर में यह फैसला लिया गया कि जनता की भावनाओं और पार्टी के आम कार्यकर्ताओं की इच्छाओं का सम्मान करते हुए हाईकमान को प्रियंका गांधी को ही टिकट देकर मैदान में उतारना चाहिए.
गौरतलब है कि फूलपुर सीट पर नेहरू गांधी परिवार के सदस्य पांच बार चुनाव जीते हैं. प्रियंका के परनाना पंडित नेहरू यहां से तीन बार सांसद रहे हैं जबकि उनकी बहन विजय लक्ष्मी पंडित दो बार. फूलपुर नेहरू गांधी परिवार की कर्मभूमि रही है. यहां के चुनाव नतीजे समूचे देश को अलग संदेश देते हैं. ऐसे में अगर पार्टी प्रियंका को इस सीट पर उम्मीदवार बनाती है तो इसके दूरगामी नतीजे देखने को मिल सकते हैं.
फूलपुर में प्रियंका को सामने लाकर मोदी सरकार और बीजेपी को अभी से आम चुनावों के लिए चुनौती दी जा सकती है. बता दें कि फूलपुर से प्रियंका गांधी वाड्रा को उम्मीदवार बनाए जाने की मांग कांग्रेस में पहली बार नहीं उठी है. 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले भी स्थानीय कमेटी इसी तरह का प्रस्ताव पास कर उसे हाईकमान को भेजी थी. लेकिन उस वक्त यह सिफारिश ठुकरा दी गई थी. बदले हुए सियासी हालात में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कांग्रेस नेतृत्व इलाहाबाद की कमेटी की सिफारिश को मंजूर करती है या नहीं.
 TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features
				 
						
					 
						
					