अमेठी। यूपी के अमेठी ज़िले के पीपरपुर थाना अन्तर्गत एक युवक की शादी से चार दिन पूर्व 8 मई को हत्या कर दी गई थी। एसपी के निर्देश पर उक्त वारदात का पुलिस ने खुलासा किया तो सभी चौंक गए। मृतक युवक की जिस लड़की से शादी होनी थी उसी ने अपने प्रेमी से मंगेतर की हत्या करवा दी। पुलिस ने आला ए कत्ल के साथ दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है।हो रहा था बुजुर्ग का अंतिम संस्कार, तभी इस विदेशी युवती ने किया कुछ ऐसा जिससे सब रह गये दंग…
शादी में अचानक आया फोन और हो गया मर्डर
जानकारी के अनुसार प्रतापगढ़ ज़िले के थाना कोहडौर अन्तर्गत सुजानगढ़ मजरे कांधरपुर निवासी मृतक गोविंद का परिवार 8 मई को जिले के पीपरपुर थाना क्षेत्र के परसीपुर में भांजी की शादी में पहुंचा था। यहां बारात के आने पर स्वागत सत्कार के समय गोविंद के मोबाइल पर कॉल आई और वो बात करते हुए 200 मीटर आगे चला गया। घंटों न लौटने पर जब उसकी तलाश हुई तो वो जमीन पर लहूलुहान हालत में पाया गया था। परिजन उसे हास्पिटल लेकर पहुंचे जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
एसपी के निर्देश पर दर्ज हुआ था मर्डर केस
घटना के बाद पीड़ित परिवार जब पीपरपुर थाने पर पहुंचा तो तत्कालीन एसओ भरत उपाध्याय ने हत्या के मामले को दुर्घटना में दर्ज कराने का दबाव बनाया। तत्कालीन एसओ ने भ्रमित करते हुए एसपी को भी एक्सीडेंट की सूचना दी थी और आखिर-आखिर तक एसओ मामले को दबाने में जुटे थे। इस पर स्वयं मौके पर पहुंचे एसपी अनीस अहमद ने जांच कर एसओ को निलम्बित कर दिया था। इसके बाद एसपी के निर्देश पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
सर्विलांस के जरिए रडार पर आए कातिल
इसके बाद एसपी अनीस अहमद अंसारी के निर्देश एएसपी राहुल राज, सीओ अमेठी गयादत्त मिश्रा, स्वाट टीम को खुलासे के लिए लगाया जिसमें सर्विलांस के ज़रिए गोविंद का जिस लड़की पूनम से शादी तय हुई थी, वो और उसका प्रेमी हरिकेश वर्मा पुलिस के रडार पर आ गया। पुलिस ने शुक्रवार 12 मई को पूनम वर्मा और हरिकेश वर्मा को गिरफ्तार किया।
गोविंद से शादी नहीं करना चाहती थी पूनम
पुलिस ने बताया कि पूछताछ में पता चला है कि पूनम का गांव के हरिकेश वर्मा के साथ पिछले 5 सालों से प्रेम संबंध था। पूनम व हरिकेश यह नहीं चाहते थे कि गोविन्द के साथ पूनम की शादी हो। इस बारे में पूनम ने गोविन्द को कई बार बताया था कि मै आप से शादी नहीं करना चाहती हूं, परन्तु गोविन्द पूनम से ही शादी करना चाहता था। यह बात पूनम व हरिकेश को नागवार लगी और दोनों ने गोविन्द की हत्या की साजिश बनाई।