टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के लिए अपनी बारी का इंतजार करने को तैयार भारत ए के कप्तान हार्दिक पंड्या ने कहा कि कल से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रहा अभ्यास मैच युवा खिलाड़ियों के लिए चार टेस्ट की सीरीज से पहले चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का अच्छा मौका है. हार्दिक ने कहा, ‘‘यह हम सभी के लिए अच्छा मौका है, विशेषकर मेरे लिए कि मैं प्रदर्शन करूं और टेस्ट सीरीज में खेलने का मौका मिले, यह युवाओं के लिए भी अच्छा मौका है जो यहां यह दिखाने के लिए हैं कि वे क्या हैं.’’
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उन्होंने कहा, ‘‘हम इसे अभ्यास मैच की तरह नहीं ले रहे, यह हम सभी के पास कुछ रोमांचक करने और चयनकर्ताओं की नजर में आने का मौका है.’’ सीमित ओवरों के विशेषज्ञ माने जाने वाले हार्दिक के तेज गेंदबाज के रूप में प्रदर्शन में सुधार हुआ है और अगर वह ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो कप्तान विराट कोहली और कोच अनिल कुंबले उन्हें पहले दो टेस्ट में मौका देने के बारे में सोच सकते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ खेला था. यह शानदार अनुभव होगा. आप सभी को पता है कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी कैसे हैं और वे कितने आक्रामक हैं, यह हम सभी के लिए अच्छी प्रतिस्पर्धा होगी.’’
गुजरात के ऑलराउंडर हार्दिक ने सात वनडे और 19 टी20 मैच खेले हैं लेकिन इंग्लैंड और बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट टीम में जगह मिलने के बावजूद उन्हें अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया. कुंबले और कोहली ने तेज गेंदबाजी ऑलराउंडर के रूप में हार्दिक का समर्थन किया है जिससे उनका मनोबल बढ़ा है.
हार्दिक ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर जब विराट भाई और अनिल सर समर्थन करते हैं तो इससे काफी मदद मिलती है, आपका मनोबल बढ़ता है जब उनके जैसे दो महान खिलाड़ी समर्थन करते हैं, आपको पता है कि आपका कप्तान आपके साथ है, इससे हमेशा मदद मिलती है. मैं उनसे और अन्य खिलाड़ियों से काफी चीजें सीख रहा हूं. इससे काफी मदद मिलती है.’’ इस ऑलराउंडर ने कहा कि अगर आपको राष्ट्रीय टीम में खेलना है तो प्रारूप बदलने के साथ सामंजस्य बैठाना सीखना होगा.
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रीय टीम में खेलने के लिए आपको विभिन्न प्रारूप बदलने से सामंजस्य बैठाना होगा जैसे कि मैं इसका आदी हो रहा हूं. हम इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में खेले और चार से पांच दिन बाद हमने बांग्लादेश के खिलाफ मैच खेला.’’ हार्दिक ने कहा, ‘‘यह मुश्किल है लेकिन यह मानसिकता से जुड़ी चीज है, आप कैसे काम करते हैं, क्योंकि अभी जो महान खिलाड़ी खेल रहे हैं वे वषरें से ऐसा कर रहे हैं.’’