रायपुर। छत्तीसगढ़ से 85 किलोमीटर दूरी पर बसे बलौदाबाजार-भाटापारा जिला मुख्यालय के ग्राम चंडी में भूमि धंसने की घटना हुई। यहां धरती फटी और लगभग 5 फीट का गड्ढा बन गया, वहीं गड्ढा शुक्रवार दोपहर तक बढ़कर 20 फीट गोलाई को हो गया। घटना गुरुवार देर शाम की बताई जा रही है। मापने पर गड्ढे की गहराई करीब 12 फीट बताई गई वहीं इसमें 3 फीट तक लबालब पानी मिलने की भी खबर है।
जानकारी तो यह है कि बलौदाबाजार जिले के ही मानिकपुर गांव में दो साल पहले भी एक अजीबागरीब घटना हुई थी, जहां रातों-रात एक तालाब का पानी पूरी तरह खाली हो गया था।
बता दें घटना बलौदाबाजार के ग्राम सुहेला से करीब 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम चंडी की है। किसान बुधराम के खेत में भूमि धंसने की यह घटना हुई। घटना के वक्त गुरुवार देर शाम को बुधराम वहां काम कर रहा था, तभी अचानक गड़गड़ाहट की आवाज के साथ जमीन पर 5 फीट का गड्ढा हो गया।
घटना में फिलहाल जान-माल का नुकसान नहीं हुआ, लेकिन क्षेत्र के लोगों में कौतूहल के साथ आश्चर्य है। क्योंकि इससे पहले मानिकपुर गांव में रातों-रात तालाब का पानी खाली होने की घटना भी हो चुकी है। भूमि धंसने के संबंध में ग्राम सरपंच द्वारिका वर्मा ने नायब तहसीलदार एन.के. जनबंधु और थाना प्रभारी को घटना की जानकारी दी।
जिला खनिज अधिकारी बी.के. चंद्राकर ने बताया कि ग्राम चंडी के बड़े क्षेत्र में जमीन के अंदर लाइम स्टोन है। चंद्राकर का कहना है कि लाइम स्टोन पानी में घुलते रहते हैं, जिसके कारण ऐसी घटना होती है। इससे पहले एक ग्राम आमाकोनी में भी ऐसी ही घटना हुई थी, लेकिन उस समय गड्ढा ज्यादा बड़ा नहीं था।