फाइनेंशियल मुद्दे अभी भी हैं आपका ‘वीक पॉइंट’ तो ऐसे बनाइए इनसे दूरी#tostips
फाइनेंशियल मुद्दों को अक्सर महिलाओं का मुद्दा माना ही नहीं जाता है। ये पुरुषों का अधिकार क्षेत्र मान लिया गया है। लेकिन अब समय बदलने के बाद महिलाओं का हक और जिम्मेदारी दोनों है कि वो फाइनेंशियल मुद्दों को जाने और निर्णय भी लें। #tostips
लेकिन ये बातें सिर्फ बातें रह जाती हैं क्योंकि अक्सर महिलाएं पैसों से जुड़े निर्णय खुद ही नहीं लेती हैं। वो इन्हें लेने से बचती रहती हैं। जबकि ये बिलकुल गलत हैं। जब आप पुरुषों के बराबर पढ़ रही हैं, दुनिया देख रही हैं और कमा भी रही हैं तो फिर पैसों से जुड़े निर्णय क्यों नहीं ले सकती हैं। अपने इस डर को खत्म कर लीजिए। ऐसा करने के लिए आपको कुछ बातों को दिल में बैठाना होगा- #tostips
कब तक रहेंगी निर्भर- #tostips
पेशे से टीचर रुचि की सैलरी बहुत ज्यादा नहीं है। लेकिन उन्होंने इसको जोड़ने की कभी सोची नहीं क्योंकि ये काम पति अपनी और इनकी सैलरी से कर ही रहे थे। मगर अब जब पैसों की जरूरत आ पड़ी है तो उनको कुछ पता ही नहीं है कि सेविंग है कहां-कहां। रुचि जैसी और महिलाओं से एक सवाल है, पति या घर के दूसरे पुरुषों पर कब तक निर्भर रहेंगी? खुद से ये सवाल जरूर पूछिए। क्योंकि बराबरी के बेसिक हक तो आपको जरूर मिले होंगे जैसे पढ़ना, कमाना। तो फिर बराबरी वाले निर्णय लेने की शुरूअत भी कीजिए। वैसे भी अपने काम खुद कर लेने का आत्मविश्वास अलग ही होता है। इसलिए छोटे निर्णयों जैसे अपने वेतन से 1000 रुपए की सेविंग करने के निर्णय खुद लीजिए। ये पैसे कहां निवेश करने हैं ये भी खुद सोचिए। इस दौरान रिसर्च कीजिए और निर्णय सही लेने की कोशिश कीजिए।
सुझाव लीजिए-
जैसा कि हमेशा ही कहा जाता है कि सुझाव लेने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए। इसलिए कोई भी निर्णय लेने से पहले किसी अनुभवी से सुझाव जरूर लीजिए। ऐसा करने में कोई खराबी नहीं है। इस तरह आपकी जानकारी बढ़ेगी और फाइनेंशियल मुद्दों को लेकर आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा। आपका डर खत्म होगा। इसलिए निर्णय खुद लीजिए लेकिन सुझाव सबके याद रखिए।
जानकारी है जरूरी- #tostips
देखिए आप काम कोई भी करती हों लेकिन अगर जानकारी नहीं है तो सबकुछ बेकार है। इसलिए फाइनेंस की समझ डेवलप कीजिए। इससे जुड़ी जानकारी इकट्ठा कीजिए और ज्यादा से ज्यादा बातें जानने की कोशिश भी कीजिए। इस तरह आपतो पैसों से जुड़े मुद्दे लेने की हिम्मत जुटा ही लेंगी, सामने वाला भी आपको कमजोर समझने की गलती नहीं करेगा। उसको पता होगा कि आप भी सबकुछ जानती हैं।
इमर्जेंसी की जिम्मेदारी आपकी भी- #tostips
परिवार पर अगर कोई इमर्जेंसी आ जाती है तो इसको निपटाने की जिम्मेदारी सिर्फ पुरुषों की ही क्यों हो। जब आधी आबादी का हिस्सा हैं तो क्यों नहीं आप भी इमर्जेंसी में फाइनेंस की जिम्मेदारी को अपनी मान लें। आप भी दिक्कत के दिनों से परिवार को सुरक्षित निकाल ले जाने की तैयारी में रहें। इसके लिए आपको अपने फाइनेंशियल निर्णय लेने होंगे। आपको सेविंग करनी होंगी और बुरे समय के लिए पूरे परिवार के साथ खड़े रहने को खुद को तैयार करना होगा।
—— चयनिका निगम