अफगानिस्तान की राजधानी काबुल एक बार फिर आतंकी हमले से गूंज उठी है। बुधवार को काबुल में हुए दो धमाकों में 20 लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 लोग घायल हो गए। पहला आत्मघाती हमला एक कुश्ती क्लब को निशाना बनाकर किया गया। दूसरे धमाके के निशाने पर पीड़ितों की सहायता करने वाली आपातकालीन सेवाएं और पत्रकार थे।
फिलहाल शिया बहुल दश्त-ए-बर्ची पर हुए हमले की किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली है। इस इलाके को आइएस से जुड़े सुन्नी आतंकी पूर्व में भी निशाना बना चुके हैं। पुलिस प्रवक्ता हसमत स्टेनकेजाई ने कहा कि दूसरा विस्फोट उस समय किया गया जब पुलिस पीड़ितों की मदद कर रही थी। इस दौरान घटनास्थल पर कई पत्रकार भी मौजूद थे।
अफगानिस्तान में स्वतंत्र मीडिया के एक समूह ‘एनएआइ’ ने बताया कि दूसरे धमाके में अफगानिस्तान के सबसे बड़े प्रसारणकर्ता टोलो न्यूज के रिपोर्टर और कैमरामैन मारे गए। जबकि स्थानीय टीवी चैनल से जुड़े चार अन्य लोग घायल हुए हैं। सबसे खास बात यह है कि धमाका उस समय हुआ जब अमेरिकी गृह मंत्री माइक पोम्पिओ ने अफगानिस्तान में अमेरिका के राजदूत रहे जल्मे खालिजाद को विवाद खत्म करने के सलाहकार नियुक्त किया है।
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