खचा खच भरा स्टेडियम और चारों और धोनी-धोनी की आवाज। जी हां ये नजारा एक बार फिर देखने को मिला है। महेंद्र सिंह धोनी की फिनिशर की भूमिका पर भले ही पिछले कुछ समय से सवाल उठाये जा रहे हों लेकिन विजय हजारे ट्राफी में झारखंड की तरफ से छत्तीसगढ़ के खिलाफ शतक जमाकर उन्होंने विरोधी टीम के कप्तान मोहम्मद कैफ का दिल जीत लिया जिनका मानना है कि वह अब भी तीनों प्रारूपों में खेल सकते हैं। उन्होंने कहा देश ही नहीं टीम के खिलाड़ी भी चाहते हैं उनका सेनापति वापस आ जाए।
कैफ ने झारखंड की 78 रन की जीत के बाद कहा, उनके पास नैसर्गिक योग्यता है जिसे आज आपने देखा होगा। मेरा मानना है कि वह अब भी तीनों प्रारूपों में खेल सकते हैं। वह अब भी गेंद पर करारा शाट जमाते हैं। इस पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा, मैं धोनी को उनके पदार्पण मैच से देख रहा हूं और हमेशा मानता रहा हूं कि आप केवल अभ्यास से धोनी नहीं बन सकते।
अपनी सेन्चुरी के दौरान धोनी ने 10 चौके और 6 सिक्स लगाए। धोनी ने टेलेंडर्स के साथ इनिंग बिल्ड की और फाइटिंग स्कोर तक टीम को पहुंचाया। धोनी का साथ दिया शाहबाज नदीम ने, जो कि टीम की ओर से स्पिन बॉलिंग की कमान संभालते हैं। जल्द विकेट गिर जाने के बाद नदीम ने बैटिंग में भी अच्छी परफॉर्मेंस की।
कैप्टन का साथ देते हुए नदीम ने 90 गेंदों पर 53 रन बनाए। उन्होंने 4 चौके मारे और 1 सिक्स लगाया। धोनी ने नदीम के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 166 गेंदों पर 151 रनों की पार्टनरशिप की। छत्तीसगढ़ की तरफ से अभ्युदय ने 4 और पंकज ने 3 विकेट लिए। 243 रनों का पीछा करते हुए छत्तीसगढ़ की टीम केवल 165 रनों पर सिमट गई। 23 रन बनाने वाले कैप्टन मो. कैफ अपनी टीम के दूसरे टॉप स्कोरर रहे। अभ्युदय ने 24 रन बनाए। झारखंड की ओर से वरुण अरोन ने 3 और शाहबाज नदीम ने 3 विकेट लिए।