आज कल का जमाना काफी फ़ास्ट फॉरवर्ड हो गया है. साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि अब कोई भी इंसान मिनटों में एक से दुसरे देश पहुँच जाता है. दुनिया में जहाँ एक तरफ हर तरह की लग्ज़री चीज़ें मिल रही हैं, वहीँ गरीब लोगों के लिए उन चीज़ों को खरीदना एक सपना बन कर रह जाता है. जिनके पास पैसे की तंगी होती है, उनके दिमाग भी अमीरों से कहीं ज्यादा तेज़ होते हैं. ऐसे लोगों को अगर एक प्लेटफार्म प्रदान कर दिया जाए तो, वह किसी को भी मात दे सकते हैं. गरीबों में पैसा कमाने की और कामयाब होने की इच्छा अमीरों से अधिक प्रबल होती है. बस उन्हें एक मुकाम की तलाश होती है. कुछ ऐसा ही अजीबो गरीब मामला हाल ही में हमारे सामने आया है. जहाँ, एक व्यक्ति ने एक फिल्म में सुपर कार देखि. वह कार उसको इतनी पसंद आ गयी कि वह उसे पाने के लिए पागल हो गया. लेकिन, पैसों की कमी के कारण उस युवक में वह कार खरीदने की क्षमता नहीं थी. लेकिन इस युवक ने हार नहीं मानी और दिन रात एक करके कबाड़ से उस सुपर कार का निर्माण कर डाला. ऐसी सनक अगर हर गरीब में आ जाये तो देश की तरक्की के दिन दूर नहीं हैं. बहरहाल, चलिए जानते हैं इस युवक की पूरी कहानी आखिर क्या है…
आपकी जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि कबाड़ से सुपर कार के निर्माण करने वाले इस शक्स का नाम है केन इमोफ़. केन अमेरिका के स्टेट विस्कॉन्सिन में रहते हैं. उन्होंने हॉलीवुड की फिल्म “केननबॉल रन” में एक सुपर कार देखी थी. फिल्म में इस कार को देख केन इतने पागल हो गये कि हर कीमत पर उस कार को पाना चाहते थे. लेकिन, पैसों की कमी की कारण उन्हें ये ख्वाब मरता हुआ दिख रहा था. आखिरकार उन्होंने, इस कार को खुद बनाने की ठान ली. और ये अजीबो गरीब आविष्कार करके ही दम लिया.
मूवी में दिखाई गयी कार का नाम “लेम्बोर्गिनी कैंटैक” था. इस कार के लिए केन का प्यार लगातार बढ़ता ही चला गया और आखिर उसने इस कार को खुद बनाने की सोच ली. केन के इस लाजवाब आविष्कार से पूरा अमेरिका गर्व महसूस कर रहा है. केन उन लोगों के लिए एक उधारन साबित हो रहे हैं, जिन्हें मेहनत से अपनी मंजिल तक पहुंचना आता है.
17 साल में बनी है ये गजब कार
केन ने फिल्म में सुपर कार 1990 के पहले देखी थी. जिसके बाद उन्होंने इस कार को खुद बनाने का फैसला कर लिया. आखिरकार दिन रात एक करके केन ने इस कार को साल 2008 में बना ही लिया. कार के लिए केन के प्यार ने 17 साल तक इंतज़ार किया. और आखिरकार केन को उसका सच्चा प्यार मिल ही गया. आपको ये जानकार हैरानी होगी कि केन ने इस पूरी कार को डिजाईन करने के लिए आस पास के लोगों से कबाड़ इकठ्ठा किया था. दरअसल, केन शुरू से ही एक इंजिनियर थे. इसीलिए उन्हें कार बनाने के बारे में काफी कुछ पता था. आखिरकार केन की पढाई उनके काम आ ही गयी और उन्होंने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया.
अगर केन जैसी सोच हर इंसान में आ जाये, तो हर कोई व्यक्ति एक न एक दिन मंजिल तक पहुँच सकता है. केन कम पैसे वाले मध्यम वर्ग के लोगों के लिए एक मिसाल की तरह बन गये हैं. अमेरिका की सरकार भी केन के इन 17 साल की मेहनत को सलाम करती है.