आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच मैच के दौरान मैदान पर प्रदर्शनकारियों द्वारा जूते फेंके गए हैं. कुछ युवा प्रदर्शनकारी स्टेडियम के अंदर घुस गए और उन्होंने मैदान पर एक जोड़ी जूते फेंक दिए.
यह मामला कोलकाता की पारी के आठवें ओवर में हुआ. क्रिक इन्फो की रिपोर्ट के मुताबिक यह जूते सीमारेखा के पास तैनात चेन्नई के फील्डर रवींद्र जडेजा को निशाना बनाकर फेंके गए. यह जूते पट्टाबिरामन गेट की ओर से फेंके गए थे.
इसके बाद एक-दो जूते और फेंके गए जिसमें से एक जूता साउथ अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसी को जाकर लगा. जिससे वह काफी नाराज भी दिखे. इसके बाद डु प्लेसी जूता उठाकर वापस फेंक रहे थे.
बता दें कि डु प्लेसी इस मैच में नहीं खेल रहे थे. इसके बाद पुलिस हरकत में आई और दर्शकों में से 2 लोगों को गिरफ्तार किया. पुलिसकर्मी और चेन्नई सुपरकिंग्स के अधिकारी स्टेडियम के पास पहुंचे और उन्होंने सीमारेखा के पास से लोगों को हटाया.
आपको बता दें कि मैच से पहले भी विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रदर्शनकारी सर्वोच्च न्यायालय द्वारा निर्देशित कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) और कावेरी जल नियामक समिति (सीडब्ल्यूआरसी) का गठन नहीं करने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे.
कावेरी विवाद के आंदोलनकारियों ने चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम से भी अपने विरोध में शामिल होने की अपील की है. तमिल फिल्मस्टार और राजनेता रजनीकांत ने भी चेन्नई की टीम के खिलाड़ियों से ऐसी अपील की थी.
एसडीपीआई के सदस्यों ने मुख्य मार्ग अन्ना सलाई पर विरोध प्रदर्शन किया जिससे यातायात बाधित हुआ. प्रदर्शनकारी सीएमबी के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे. इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने मैच के खिलाफ काले गुब्बारे उड़ाए.
पुलिस ने क्रिकेट स्टेडियम की घेराबंदी करने का प्रयास करने वाले कुछ प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया. फिल्म निर्माता भारतीराजा और अन्य ने कहा कि वे भी मुख्य सड़कों पर प्रदर्शन करेंगे.
अभिनेता रजनीकांत भी जता चुके हैं विरोध
आपको बता दें कि बीते दिनों अभिनेता रजनीकांत ने भी कहा है कि चेन्नई में मैच खेलना शर्मनाक है, क्योंकि तमिलनाडु के लोग कावेरी जल विवाद से सुलग रहे है और यहां मैच होने वाला है. वहीं अभिनेता रजनीकांत ने यह भी कहा था, कि ‘अगर यहां मैच होता भी है, तो चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों को अपने-अपने हाथों पर काले रंग की पट्टी बांधना होगा, जिससे यह मुद्दा और आगे बढ़े और कावेरी जल विवाद खत्म हो.’
क्या है कावेरी जल विवाद
आपको बता दें कि कावेरी नदी जिसका उद्गम स्थल कर्नाटक राज्य का कोडागु जिला है और यह लगभग साढ़े साथ सौ किलोमीटर लंबी है. लेकिन अभी विवाद यह है कि कम बारिश के कारण यहां इस नदी में पानी की मात्रा कम है. इस कारण कर्नाटक ने तमिलनाडु को पानी देने से मना कर दिया है, जिसके कारण यह पिछले काफी सालों से विवाद चल रहा है. साथ ही इसके लिए तमिलनाडु ने सुप्रीम कोर्ट तक भी गए है. इस प्रकार इन दिनों जिस तरह से तमिलनाडु में कावेरी विवाद चल रहा है वह वहां के लोगों के लिए बहुत गलत है.
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