हीरो वो है, जो दूसरों की जान बचाने के लिए अपनी जिंदगी को दांव पर लगा दे। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इसी खूबी के लिए लेफ्टिनेंट-कर्नल आर्नोड बेल्ट्राम को ‘हीरो’ बताया है। 45 बरस के लेफ्टिनेंट-कर्नल आर्नोड बेल्ट्राम ने शुक्रवार को साहस की अनूठी मिसाल पेश की। दक्षिणी फ्रांस के ट्रेब की एक सुपरमार्केट में बंधक बनाए गए लोगों की जगह उन्होंने ‘खुद को हमलावर के हवाले कर दिया था’। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है और बताया कि इस दौरान घायल हो गए पुलिस अधिकारी लेफ्टिनेंट-कर्नल आर्नोड बेल्ट्राम ने बाद में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि बेल्ट्राम एक ‘हीरो के तौर पर मारे गए हैं’ और उन्होंने ‘असाधारण साहस’ दिखाया है। फ्रांस के इस पुलिसकर्मी के साहस के कारण बंदूकधारी की गोलीबारी समाप्त करने में मदद मिली थी। दक्षिणी फ्रांस की इस गोलीबारी में तीन लोगों की मौत हुई थी। बंदूकधारी हमलावर की पहचान 25 साल के रेडवान लेकडीम के रूप में हुई थी और पुलिस ने उसे मार गिराया था। ‘हीरो’ आर्नोड बेल्ट्राम की मौत की ट्विटर पर पुष्टि करते हुए फ्रांस के गृहमंत्री जेरा कोलों ने कहा, “वो अपने देश के लिए मरे। फ्रांस उनके पराक्रम, उनकी बहादुरी, उनके बलिदान को कभी भी नहीं भूलेगा।” इससे पहले मैक्रों ने ये जानकारी दी थी कि लेफ्टिनेंट-कर्नल बेल्ट्राम गंभीर रूप से घायल हुए हैं और अस्पताल में जिंदगी की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमलावर ने 16 लोगों को घायल कर दिया था। इनमें से दो गंभीर रूप से घायल हुए थे। राष्ट्रपति मैक्रां ने इसे ‘इस्लामी आतंकवाद’ की घटना बताया था। बंधक बनाने के दौरान हमलावर लेकडीम ने 13 नवंबर 2015 के पेरिस हमले के सबसे महत्वपूर्ण जीवित संदिग्ध सालाह अब्देसलाम की रिहाई की मांग की थी। पेरिस हमले में 130 लोग मारे गए थे। इस हमले के संबंध में लेकडीम के एक साथी को गिरफ्तार किया गया है।
कहां से शुरू हुआ बंधक संकट?
शुक्रवार सुबह को कारकसोन से हिंसा की घटना शुरू हुई थी जब लेकडीम ने एक कार का अपहरण किया था। लेकडीम ने एक यात्री की हत्या कर दी थी जिसकी लाश झाड़ियों से मिली थी जबकि ड्राइवर घायल अवस्था में मिला था। इसके बाद उसने चहलकदमी कर रहे पुलिकर्मियों के एक समूह पर गोलियां चलाई थीं जिसमें एक पुलिसकर्मी घायल हो गया था। इसके बाद माना जाता है कि लेकडीम गाड़ी चलाकर पास के एक छोटे से शहर ट्रेब गए और उसकी सुपर-यू सुपरमार्केट में घुस गए। जहां उन्होंने चिल्लाकर कहा, “मैं दाएश (इस्लामिक स्टेट) का सिपाही हूं।” उन्होंने वहां एक ग्राहक और एक स्टोर कर्मचारी की हत्या कर दी और बाकियों को बंधक बना लिया।
‘हीरो’ बेल्ट्राम कब हुए घायल?
कोलों ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि पुलिसकर्मियों ने सुपरमार्केट से कुछ लोगों को बाहर निकाला था लेकिन हमलावर ने मानव ढाल के रूप में एक महिला को कब्जे में किया हुआ था। इसी मौके पर लेफ्टिनेंट-कर्नल बेल्ट्राम ने महिला के बदले खुद को बंधक के तौर पर पेश किया। जब उन्होंने ऐसा किया तो वह अपना फोन टेबल पर ही छोड़ गए थे और उनके पास एक ओपन लाइन थी जिससे बाहर पुलिस स्थिति का आंकलन कर सके। इसके बाद पुलिस ने गोली की आवाज सुनी और एक टीम सुपरमार्केट के अंदर घुस गई। इसमें बंदूकधारी मारा गया था लेकिन लेफ्टिनेंट-कर्नल बेल्ट्राम घायल हो गए थे। शनिवार सुबह उनकी मौत की घोषणा की गई। पुलिस बल ने कहा कि बेल्ट्राम ने ‘बंधकों की आजादी के लिए अपनी जिंदगी दे दी।’
रडार पर था लेकडीम
अप्रैल 1992 में मोरक्को में पैदा हुए लेकडीम के पास फ्रांस की नागरिकता थी। फ्रांस की खुफिया सेवा उसके बारे में जानती थी। अभियोक्ता फ्रांस्वा मोलिंस ने बताया कि 2011 में लेकडीम को प्रतिबंधित हथियार रखने का दोषी पाया गया था और 2015 में उन्हें ड्रग इस्तेमाल करने का दोषी पाया गया था और उन्होंने कोर्ट के आदेश की अवहेलना की थी। इससे पहले कोलों ने बताया था कि लेकडीम को प्रशासन एक छोटे अपराधी के तौर पर जानता था। उनको मालूम नहीं था कि उस पर कट्टरपंथ का प्रभाव है।