बंगाल के क्रिकेटरों को एक बात की शिकायत ये है कि लॉकडाउन और कोरोना वायरस महामारी के कारण वे फिटनेस हासिल नहीं कर पा रहे हैं, जबकि कुछ क्रिकेटरों ने बातों ही बातों में इस बात का खुलासा भी कर दिया है कि इस तरह के संकट के बावजूद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने बंगाल की टीम को इनामी राशि नहीं दी है। बंगाल की टीम इस बार रणजी ट्रॉफी में उपविजेता रही थी और इस तरह बीसीसीआइ को क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल को एक करोड़ रुपये की इनामी राशि देनी थी जो कि खिलाड़ियों का हक था, लेकिन अभी तक बीसीसीआइ ने ये रकम ट्रांसफर नहीं की है।
एक सीनियर खिलाड़ी ने गुरुवार को उस समय ये मुद्दा उठाया जब टीम के मुख्य कोच अरुन लाल और कोचिंग स्टाफ के अन्य सदस्यों के साथ खिलाड़ी ऑनलाइन बोंडिंग सेशन को अटेंड कर रहे थे। हालांकि, अब बंगाल क्रिकेट संघ ने आश्वासन दे दिया है कि एक सप्ताह के अंदर खिलाड़ियों को उनका भुगतान कर दिया जाएगा। एक खिलाड़ी नाम न छापने की शर्त पर द टेलीग्राफ को बताया, “ऐसा नहीं है कि हम शिकायत कर रहे हैं। हम निश्चित रूप से समझते हैं कि कैसे हालात रहे हैं। अगर हम तीन महीने या उससे ज्यादा समय से भुगतान नहीं हासिल कर रहे हैं तो चीजें वास्तव में मुश्किल हो जाती हैं।”
इस बात को लेकर क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल यानी CAB के अध्यक्ष अविषेक डालमिया ने अपने शब्दों में कहा है, “संघ जरूरत वाली चीजों पर काम कर रहा है और यह वास्तव में पूरा होने वाला है। पदाधिकारी इसे सुनिश्चित करने के लिए ओवरटाइम काम कर रहे हैं … बस जांच और आंतरिक ऑडिट के बाद कुछ विवरण भेजने की आवश्यकता है। एक उम्मीद कर सकते हैं कि एक या दो दिनों के भीतर आवश्यक भुगतान जारी करने के लिए इसे बीसीसीआइ को भेजा जाएगा।”
बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष ने आगे कहा है, “महामारी के कारण सीमित जनशक्ति संसाधनों के साथ विभिन्न खिलाड़ियों, सहायक कर्मचारियों और मैच अधिकारियों को भुगतान प्राथमिकता के आधार पर किया जाना था, क्योंकि यह उनकी कमाई का तरीका है। मुझे यकीन है कि यह भी एक महत्वपूर्ण मुद्दा किसी भी समय की बर्बादी के बिना जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा।” सूत्रों ने ये भी बताया है कि रणजी ट्रॉफी की विजेता सौराष्ट्र की टीम को भी हाल ही में भुगतान किया गया है।