बचत योजनाएं: आइये समझें इनका डर और सच के आंकड़े #tosnews
लघु बचत योजनाओं short saving scheme पर ब्याज कटौती से कितना पड़ेगा आम आदमी पर असर #tosnews
केंद्र सरकार ने भले ही लघु बचत योजनाओं पर ब्याज की कटौती का अपना फैसला 24 घंटे के अंदर वापस ले लिया हो लेकिन इसके लागू होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा रहा है। बाजार market पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों ने भी अपनी राय जाहिर करते हुए बताया है कि बाकि बैंकिंग banking योजनाओं पर फैसले लिए गए हैं इसलिए इन योजनाओं पर भी आने वाले दिनों में कड़े फैसलों का असर दिख सकता है। #tosnews
फिलहाल तो सरकार के इस कदम से सबसे ज्यादा डर आम आदमी को सता रहा है, क्योंकि लगातार घटती आमदनी और महंगाई के बीच बचत योजनाओं में ब्याज intrest पर कटौती की संभावना ने उसके वर्तमान के साथ भविष्य को भी चिंता में डाल दिया है। सरकार ने जिन बचत योजनाओं में कटौती का फैसला लिया था वह काफी लोकप्रिय योजनाएं हैं। आइए जानते हैं तीन प्रमुख योजनाओं के बारे में, जिसपर ब्याज में कटौती से मध्यम वर्ग को धक्का लगेगा, क्योंकि यह वर्ग इन योजनाओं में अपने जीवन भर की पूंजी निवेश करता है।#tosnews
Fixed deposit (FD)
Fixed deposit यानी सावधि जमा योजना हर भारतीय की ओर से काफी लोकप्रिय निवेश योजना मानी जाती है। केंद्र सरकार की ओर से FD योजना पर मिलने वाले ब्याज को भी काफी कम करने का फैसला लिया था। विशेषज्ञों की माने तो FD एक ऐसी योजना है जिसमें निवेश करना काफी सरल और मिलने वाले ब्याज intrest की गणना करना बेहद आसान है। बैंक और स्थानीय सहकारी बैंक corporation bank या इंस्वेस्टमेंट कंपनियां investment companies काफी बड़े स्तर पर लोगों की FD जमा करते हैं और एकमुश्त रकम तय सीमा के बाद अदा करते हैं। #tosnews
मध्यम वर्गीय परिवारों में खासकर रिटारमेंट के बाद लोग एक बड़ा हिस्सा FD कराते हैं। इस पर मौजूदा समय में 5.5 फीसद प्रतिवर्ष की दर से ब्याज मिल रहा है। सरकार ने सबसे ज्यादा कटौती इसी योजना पर 1.1 फीसद प्रस्तावित की थी, जिसके बाद यह ब्याज दर घटकर 4.4 फीसद रह जाती। इस फैसले से हर दूसरा भारतीय प्रभावित होगा।
PPF (Public private fund) #tosnews
लोकप्रिय योजनाओं में PPF एक है। इसमें सरकारी और निजी कर्मचारियों ने खाते खुलवाए हैं। 500 रुपए में खाता खोलकर कोई भी कर मुक्त इस योजना का लाभ ले सकता है। इसमें मौजूदा समय मेंं 7.1 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है। लेकिन सरकार ने इसमें 0.7 फीसद की कटौती का फैसला लिया था। PPF में इस कदम से भले ही सरकार को काफी फायदा हो लेकिन आम आदमी पूरी तरह नुकसान में रहेगा। अपने नौकरी काल की जमा पूंजी की बदौलत वह रिटायरमेंट में इन पैसों का उपयोग कई कार्यों में करता है। PPF में कटौती का सिलसिला वर्ष 2000 से शुरू हो गया था। उस समय 12 फीसद की दर से ब्याज मिलता था जो आज घटते-घटते 7.1 फीसद पर पहुंच गया है। PPF से देश का बड़ा नौकरीपेशा वर्ग जुड़ा है।
NSC National saving certificate #tosnews
NSC टैक्स बचत निवेश है, जिसे भारतीय नागरिक किसी भी डाकघर से खरीद सकता है। भारत सरकार से समर्थित होने के चलते इस निवेश में जोखिम कम और मुनाफा अधिक है। इसमें सौ रुपए से निवेश कर सकते हैं। मौजूदा समय में NSC में 6.8 फीसद की दर से ब्याज मिल रहा है जबकि प्रस्ताव 5.9 करने का था। कटौती 0.9 फीसद की होनी है। #tosnews
Author ——GB singh