अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, गोरक्षा व रोहिंग्या समेत आंतरिक सुरक्षा के मामले में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल अपने एजेंडे से पीछे हटने वाले नहीं हैं। विहिप की युवा इकाई बजरंग दल के भोपाल में चल रहे राष्ट्रीय अधिवेशन में इन तीनों मुद्दों पर विस्तृत चर्चा के बाद प्रस्ताव पारित होना है, जिसमें केंद्र सरकार की भूमिका को लेकर भी टिप्पणी हो सकती है।
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यह संकेत देने की कोशिश भी होगी कि अपने हिंदूवादी एजेंडे के लिए बजरंग दल और विहिप किसी बेकाबू सत्ता के सामने नहीं झुकेंगे। इसके साथ ही देश के नौजवानों पर फोकस करने का फैसला भी किया गया है। अगले माह एक पखवाडे़ के भीतर 50 लाख युवाओं से संपर्क कर कहा जाएगा कि वे देश की संस्कृति की रक्षा की खातिर काम करें और बजरंग दल के साथ जुडे़ं।
इस अधिवेशन में केरल और पूर्वोत्तर राज्यों सहित देश भर के युवा भाग ले रहे हैं। बजरंग दल अपना विस्तार करना चाहता है, लिहाजा 19 नवंबर से 5 दिसंबर तक युवाओं के बीच एक बड़ा अभियान चलाने का फैसला किया गया है। युवाओं से कहा जाएगा कि वे संगठन से जुड़कर देश की संस्कृति व धर्म को आगे बढ़ाएं और राष्ट्रवाद को सर्वोपरि रखें।
युवाओं को बताया जाएगा कि एक समय था जब दुनिया भारत को अपना गुरू मानती थी। भारत ने कभी किसी पर न तो हमला किया न जमीन हड़पने की कोशिश की। हमेशा अपने आचरण से श्रेष्ठ बनने का प्रयास किया। इसे आगे बढ़ाना है। ये सारी बातें विहिप के अंतर्राष्ट्रीय पदाधिकारी चंपत राय ने कहीं। इस अधिवेशन का समापन रविवार को होगा।
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