लोक निर्माण विभाग लक्ष्मण झूला के बगल में वैकल्पिक पुल (बजरंग सेतु) को तैयार करने का काम कर रहा है, यह पुल मई तक तैयार होने की उम्मीद है। इस सेतु का जिक्र विधानसभा सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण में आया है।
टिहरी गढ़वाल जिले के विधानसभा के अंतर्गत वर्ष 1929 में निर्मित लक्ष्मण सेतु के निकट वैकल्पिक पुल बनाने की मुख्यमंत्री की घोषणा में शामिल है। इस पर 132.30 मीटर स्पान पुल निर्मित किया जाना है। यह पुल आठ मीटर चौड़ा होगा। इस पर 68 करोड़ से अधिक व्यय होगा।
लोक निर्माण विभाग डक्ट पालिसी लाना चाहता है। इस पालिसी के आने के बाद पेयजल लाइन समेत अन्य सुविधाओं के लिए सड़क को खोदा जाता है, उसमें कमी आएगी। पहले चरणों में शहर के टू और फाेर लेन सड़क पर इन लाइनों को बिछाने के लिए डक्ट बनाया जाएगा।
सुझाव या संशोधन के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा
डक्ट पालिसी का भी उल्लेख राज्यपाल के अभिभाषण में था। लोनिवि ने डक्ट पालिसी का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है, इसे जल संस्थान, यूपीसीएल, नगर निगम समेत अन्य विभागों को भेजा गया है। इसमें संबंधित लोगों का सुझाव लिया जाएगा। लोनिवि विभागाध्यक्ष राजेश कुमार कहते हैं कि बजरंग सेतु को मई तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा डक्ट पालिसी के ड्राफ्ट को हित धारकों को भेजा गया है, उनके जो सुझाव या संशोधन बात की होगी, उसे देखते हुए अंतिम रूप दिया जाएगा।
13 जगह पर्यटन गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
वन विभाग का इको टूरिज्म को बढ़ावा देने की कोशिश में जुटा है। इसमें राज्य में नीर झरना, देवलसारी, पत्थरखोल-नागटिब्बा, कौड़िया, कोल्हू चौड़ इको टूरिज्म, दायरा बुग्याल, सातताल, हाथी डगर, थलेकदार (इको टूरिज्म जोन), झिलमिल झील, देवबन और कनासर कैंपिंग साइट, केवर्स टेका, सांकरी-केदार कांठा ट्रैक रूट आदि हैं। मुख्य वन संरक्षक इको टूरिज्म कहते हैं कि यहां पर पर्यटन सुविधाओं को जुटाने और बढ़ाने का काम हो रहा है, इनके तैयार होने से पर्यटन गतिविधियों को और बढ़ावा मिलेगा।