SP में मुलायम सिंह यादव और अखिलेश यादव का झगड़ा थमता नजर नहीं आ रहा। अमर सिंह भी इस महाभारत में कूद चुके है।नरेश अग्रवाल द्वारा अमर सिंह को इस पूरे झगड़े का विलेन करार दिए जाने पर पार्टी नेता अौर सांसद अमर सिंह ने इसका करारा जवाब देते हुए कहा किबार-बार उन्हें विलेन कहना ठीक नहीं है।’कुछ लोग समाजवादी पार्टी में कलह के लिए मुझे जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कुछ लोग मुझे इतना ताकतवर बता रहे हैं कि मैं दुनिया के किसी कोने में रहूं, उथल-पुथल कर सकता हूं।’ उन्होंने कहा कि मुझे जीने दें और अगर मैं इसका कारण बताया जा रहा हूं तो वो(मुलायम) मेरा बलिदान कर दें। मुझे छुट्टी दें।
बड़ी खबर: PM मोदी की जान को खतरा, दुनिया की सबसे खतरनाक फोर्स अलर्ट
समाजवादी पार्टी के नेता अमर सिंह आपको पाक साफ बताते हुए सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से कहा कि लोगों को सच बताएं। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सपा सुप्रीमो मुझे जीने के लिए मेरे हाल पर छोड़ दें। अमर सिंह ने कहा कि कुछ लोग गंदे पोस्टर्स मेरे नाम पर लगा रहे हैं, मेरे पुतले जला रहे हैं। कुछ लोग मुझे इतना ताकतवर बता रहे हैं कि मैं दुनिया में किसी कोने में रहूं फिर भी बहुत बड़े शासन में उथल-पुथल करा सकता हूं। लोग मुझे समाजवादी पार्टी में हुई कलह के लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे जीने दें। अगर मैं इसका कारण बताया जा रहा हूं तो मुलायम मेरा बलिदान करें, मुझे छुट्टी दें, मुझे माफ करें, अनावश्यक रूप से मुझे कलह का कारण बता के खलनायक बनाने की कोशिश से मुझे बचाएं।
बड़ी खबर: निजाम के महल में निकला 50 लाख करोड़ का खजाना, पूरा स्विमिंग पूल भरा
खुद पर लगे बयानों से परेशान अमर सिंह ने आगे कहा कि अगर सच में उनके अनुभवी, परिपक्व नेताओं को मैंने बरगलाया है तो वो छिपाएं नहीं, परिवार के सदस्यों को बता दें। अगर ऐसा है तो साफ-साफ कह दो कि अमर सिंह ने भड़काया है। दर-दर की ठोकरों मुझे इतना बता दो मेरा कसूर क्या है, मुझे जीने दो। वहीं सोमवार को लंदन से दिल्ली पहुंचकर राज्य सभा अमर सिंह ने कहा कि हम नेता जी के साथ है, थे अौर आगे भी हमेशा रहेंगे। अमर सिंह ने कहा कि मैं नेता जी के दिल में रहता हूं पार्टी से कोई भी निकाल सकता है लेकिन नेता जी के दिल से कोई नहीं निकाल सकता है। मुलायम सिंह के लिए हमेशा नायक बना हूं लेकिन अगर खलनायक भी बनना पड़ा तो बनूंगा। जानकारी हो कि रविवार को आपतकालीन अधिवेशन में अमर सिंह को समाजवादी पार्टी से निकाल दिया गया।