कालेधन पर एक बार बड़ी कार्रवाई के लिए सरकार ने हजारों बैंक अकांउट बंद कर दिए हैं। इन अकांउट में जरूरत से ज्यादा पैसा पाया गया है।
उत्तर प्रदेश के संभल में करीब 7 हजार जनधन खातों को भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आदेश पर फ्रीज कर दिया गया है। इन खातों में करीब 1300 करोड़ जमा किए गए हैं।
ये खाते जीरो बैलेंस से जनधन योजना के अंतर्गत खोले गए थे। 8 नवंबर को नोटबंदी के बाद अचानक इन खातों में लाखों रुपये आ गया। ये रकम जिले के भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, बैक ऑफ बडौदा, सिंडीकेट बैंक, प्रथमा बैंक और बैंक ऑफ इंडिया की अलग शाखाओं में खुले जनधन खातों में जमा कराई गई है।
जिले भर में एक साथ 7 हजार जनधन खातों में इतनी बड़ी रकम जमा होने से बैंकों में हडकंप मचा हुआ है। वहीं, खाता धारकों को भी भारी परेशानी और मानसिक तनाव का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि हर दिन दर्जनों जनधन खाता धारकों को बैंकों की लंबी लाइन में लगने के बाद भी बैरंग लौटना पड़ रहा है। जनधन खाता धारक ना तो अपने खातें में पैसा जमा कर पा रहे हैं और ना ही अपनी गाढ़ी कमाई का पैसा निकाल पा रहे हैं।
भारतीय स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के प्रबंधक विनोद कुमार का कहना है कि ब्लॉक किए गए जनधन खातों की संख्या ओर भी ज्यादा हो सकती है। जनधन के जिन खातों में 8 नवंबर से पहले सामान्य लेन-देन था।
नोटबंदी के बाद अचानक जिन खातों में आय से अधिक और 49 हजार रुपये से अधिक पैसा जमा हुआ है। ऐसे सभी खातों को आरबीआई और आयकर विभाग के आदेश से ब्लॉक कर दिया गया है। इन सभी खातों का ब्यौरा शीघ्र ही आयकर विभाग को भेजा जाएगा।
आयकर की स्क्रीनिंग के बाद ही इन खाता धारकों को नोटिस जारी किया जाएगा। यदि नोटिस का जबाब संतोषजनक नहीं हुआ तो इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है। बैंकों और आयकर विभाग की इस कार्रवाई से जिले भर के जनधन खाता धारकों में कार्रवाई के भय से हडकंप मचा हुआ है।