जिंदगी के लिए 75 दिन के संघर्ष के बाद 68 साल की जे. जयललिता का सोमवार रात अपोलो हॉस्पिटल में निधन हो गया।

खबर सुन हॉस्पिटल और उनके घर पोएस गार्डन के बाहर खड़े लाखों लोग रोने लगे। कुछ लोग बेकाबू होकर जयललिता के घर के बाहर पुलिस द्वारा लगाए बेरीकेड्स हटाने की कोशिश करने लगे। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
रात 11.30 बजे अपोलो हॉस्पिटल द्वारा जारी जयललिता के निधन की खबर जब लोगों तक पहुंची तो उनके दुख का ठिकाना नहीं था। सड़क पर लोग मातम मनाने लगे। जयललिता की एक झलक पाने के लिए हॉस्पिटल के बाहर खड़े लाेग अम्मा-अम्मा कहकर विलाप करने लगे।
जब जयललिता का शव हॉस्पिटल से उनके घर ले जाया जा रहा था तो सुरक्षा गार्डने ने एम्बुलेंस पर लटककर लोगों को दूर करने की कोशिश की। मंगलवार तड़के पांच बजे राजाजी गार्डन में जया का पार्थिव शरीर रखा जाएगा। ताकि जनता उनके अंतिम दर्शन कर सके। तमिलनाडु सीफ सेक्रेटरी ने राज्य में सात दिन का शोक घोषित कर दिया है।
बता दें कि छह बार तमिलनाडु की सीएम रहीं जयललिता 22 सितंबर से अपोलो हाॅस्पिटल में एडिमट थीं। उन्हें लंग इन्फेक्शन था। फाइनेंस मिनिस्टर ओ. पन्नीरसेल्वम (65) ने अगले सीएम के रूप में शपथ ली। उनकी जेब में जयललिता की फोटो थी।
ब्राह्मण परिवार में हुआ था जन्म
जयललिता का जन्म मैसूर में मांड्या जिले के तमिल ब्राह्मण परिवार में 24 फरवरी 1948 को जन्म हुआ था। जयललिता ने महज 13 साल की उम्र में फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने तमिल, कन्नड़, इंग्लिश और हिंदी समेत करीब 125 फिल्मों में काम किया। उन्होंने 34 साल की उम्र में AIADMK के मेंबर के तौर पर पॉलिटिक्स ज्वाइन की। वे 6 बार तमिलनाडु की सीएम रहीं।
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