नई दिल्ली: रेलवे में आर्थिक सुधारों को लागू करने के तहत सरकार यात्री किराये में 10 से 12 फीसदी की बढ़ोतरी करने जा रही है। इसकी घोषणा जून में किसी भी तारीख को हो सकती है। रेल किराया सभी श्रेणियों में बढ़ेगा। मोदी सरकार बनने के बाद किराये में दूसरी बार वृद्धि हो रही है।
हालांकि 16 मई 2014 को यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे मल्लिकाजरुन खडग़े ने सभी श्रेणियों में रेल किराया 14.2 फीसदी व मालभाड़े में 6.5 प्रतिशत बढ़ोत्तरी करने की घोषणा की थी। लेकिन बाद में फैसले को वापस ले लिया गया। मोदी सरकार के आने पर पूर्व रेल मंत्री सदानंद गौड़ा ने 16 जून 2014 को इसे लागू किया। जानकारों का कहना है कि आर्थिक सुधारों के तहत अगले महीने 10 से 12 फीसदी रेल किराये में बढ़ाने की घोषणा हो सकती है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नए साल की शुरुआत में इस बात के स्पष्ट संकेत दे दिए थे। सरकार का तर्क है कि सुविधाओं के एवज में यात्रियों को जेब ढीली करनी ही पड़ेगी। रेलवे को सालाना 5000 करोड़ से अधिक पैसा मिलेगा। इससे नई ट्रेन चलाने, यात्री सुविधाओं, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा सकेगा।
यात्रियों के लिए अच्छी खबर यह है कि रेल मंत्री राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में लागू फ्लैक्सी किराये को खत्म करने जा रहे हैं। फ्लैक्सी किराये में यात्रियों को बाद की 50 फीसदी बर्थ डेढ़ गुना अधिक किराये बुक करनी पड़ती है। फ्लैक्सी फेयर से एसी-2 में रिकॉर्ड 30 फीसदी यात्रियों की कमी आई है।