राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है। राम मंदिर का निर्माण अभी शुरू नहीं हुआ है। मीडिया में आने के लिए नेताओं ने मंदिर के लिए पत्थर भिजवाए गए हैं।जानिए क्यों अचानक बिगड़ा गया शिवपाल यादव का मूड!, जब हुई ये बात…
जानकारी के अनुसार राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए चल रहे आपसी समझौते पहल को लेकर अयोध्या की शनिधाम पीठ में संतों द्वारा रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया ।
इस रोजा इफ्तार के मौके पर पहुंचे राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या पहुंचे पत्थर के आने के बारे में कहा कि यह विश्व हिंदू परिषद की चाल है जब कुछ नहीं मिलता तो मीडिया में आने के लिए दो ट्रक पत्थर लाकर रख दिया जाता है।
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा किविश्व हिंदू परिषद मंदिर निर्माण के दृष्टिकोण में ना कभी रहा और ना कभी रहेगा और ना कभी भविष्य भविष्य में होगा | लेकिन यह सरकार यदि प्रयास करें तो कुछ भी हो सकता है लेकिन जितने भी मंत्री यहां पर आते हैं मंदिर बनाने की बात कह कहकर चले जाते हैं इन झूठे वादों से अयोध्या के संत-महंत निराश हैं |
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा जैसे की योगी जी अभी कुछ दिनों पूर्व अयोध्या पहुंचे और उन्होंने सर्वसम्मत से मंदिर निर्माण की बात कहा लेकिन कभी भी सर्वसम्मत से मंदिर नहीं बन सकता क्योंकि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि समझौते की कोई गुंजाइश नहीं है जो कोर्ट का आदेश होगा उसी को हम मानेंगे। श्री दास ने कहा कि SC ने सुब्रमण्यम स्वामी का प्रार्थना पत्र अस्वीकार करके बता दिया कि जो मंदिर निर्माण के संबंध में पार्टी है उन्हीं का मांग मानी जायेगी उनका प्रार्थना पत्र स्वीकार होगा |
अब अगर ऐसा कोई संगठन हो कि सभी पक्षकारों को इकट्ठा करके एक रूप में आगे कर सके तभी संभव है कि समस्या का समाधान हो सकता है |
राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने सभी पार्टियों को आड़े लेते हुए बताया कि भारतीय जनता पार्टी, विश्व हिंदू परिषद , बजरंग दल जैसे सभी दल सिर्फ मीडिया में आने के लिए और प्रचारित होने के लिए भी यह बात करते रहते हैं जिसका कोई मतलब नहीं होता है।