लखनऊ: विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के छोटे बेटे अभिजीत यादव उर्फ विवेक की शनिवार की देर रात दारूलशफा स्थित फ्लैट में मौत हो गयी। परिवार के लोग विवेक की मौत को स्वभाविक बताकर अंतिम संस्कार के लिए लग गये। मामला हाई प्रोफाइल था और सोशल मीडिया पर आत्महत्या की खबर चलने लगी। इसके बाद पुलिस के अधिकारियों ने विवेक के शव का पोस्टमार्टम कराने का फैसला किया। रास्ते से विवेक के शव को रोक कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आयी तो सभी लोग सन्न रह गये। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि विवेक की गला कसने से मौत हुई है। पीएम रिपोर्ट साफ इस बात की तरफ इशारा कर रही थी कि विवेक की हत्या की गयी है।
सीओ हजरतगंज अभय कुमार ने बताया कि हजरतगंज के दारूलशफा के बी ब्लाक में फ्लैट नम्बर 137 में विधान परिषद के सभापति एटा जनपद निवासी रमेश यादव की दूसरी पत्नी मीरा यादव अपने बेटे अभिषेक यादव और 22 वर्षीय अभिजीत यादव उर्फ विवेक के साथ रहती हंै। रविवार की सुबह पुलिस को इस बात की सूचना मिली कि रमेश यादव के बेटे अभिजीत उर्फ विवेक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी है।
कुछ ही देर के बाद मौके पर हजरतगंज पुलिस और अन्य अधिकारी भी पहुंच गये। पुलिस ने जब परिवार वालों से बातचीत की तो परिवार वालों ने बताया कि विवेक को रात में सीने में दर्द उठा था। इसके बाद उसकी मौत हो गयी। परिवार वालों ने विवेक की मौत को स्वाभविक मौत बताते हुए कोई कार्रवाई न किये जाने की बात कही। विवेक की मौत की खबर मिलते ही परिवार के अन्य लोग और रिश्तेदार भी वहां पहुंच गये।
पुलिस ने भी परिवार वालों की बात मान ली और शव को बिना पोस्टमार्टम के देने के लिए राजी हो गयी। इसके बाद परिवार के लोग विवेक के अंतिम संस्कार में जुट गये। कुछ देर के बाद सभापति के बेटे की संदिग्ध मौत की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। मामले ने तूल पकड़ा और परिस्थितियां संदिग्ध होने लगी। उधर परिवार वालों का कहना है कि घटना के वक्त विवेक की मां और भाई भी मौजूद थे, ऐसे में घटना संदिग्ध होने का कोई सवाल नहीं उठता है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि विवेक की गला दबाकर हत्या की गयी थी और उसके सिर पर चोट के निशान भी मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ हो गया कि विवेक की मौत स्वभाविक नहीं बल्कि उसकी हत्या की गयी थी। अब इस मामले में पुलिस हत्या की रिपोर्ट दर्ज आगे की कार्रवाई की रणनीति तैयार कर रही है। वहीं पोस्टमार्टम के बाद विवेक के शव को बैकुण्ठ धाम पर अंतिम संस्कार कर दिया गया।
सीएम योगी ने मौत पर जताया दुख
विधान परिषद के बेटे अभिजीत उर्फ विवेक की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी दुख जताया है। उन्होंने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिवार वालों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है।
रास्ते से शव को पीएम के लिए भेजा गया
विधान परिषद के सभापति रमेश यादव के बेटे विवेक की मौत को जहां परिवार और पुलिस दोनों स्वभाविक मौत मान रही थी। यहां तक पुलिस ने परिवार वालों को विवेक के अंतिम संस्कार की भी इजाजत दे दी थी। इसके बाद परिवार के लोग विवेक के शव को लेकर भैसाकुण्ठ निकले। कुछ ही देर के बाद पुलिस के अधिकारियों विवेक के शव को पोस्टमार्टम कराने का फैसला किया और आदेश हजरतगंज पुलिस को दी। इसके बाद हजरतगंज पुलिस फौरन भैंसाकुण्ड के लिए निकली और फिर बीच रास्ते में विवेक की अंतिम यात्रा को रोक कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
मां मीरा का बयान
मीरा के मुताबिक शनिवार की रात उनका बेटा अभिषेक घर पर नहीं था। रात करीब 11 बजे अभिजीत उर्फ विवेक घर आया और सीने में दर्द की बात कही। इस पर उन्होंने बेटे के सीने पर मालिश की और फिर विवेक सो गया। इस बीच मीरा की भी आंख लग गयी। सुबह उठने पर विवेक की मौत हो चुकी थी।
पैनल से कराया गया पोस्टमार्टम
एक तरफ पहले जहां विवेक की मौत को लेकर पुलिस भी स्वभाविक मौत मान रही थी, वहीं अधिकारियों के आदेश के बाद पुलिस अचानक ही हरकत मेें आ गयी। इसके बाद फौरन इस बात निर्णय लिया गया कि विवेक के शव का पोस्टमार्टम डाक्टरों के पैनल से कराया जाने का फैसला किया। वहीं इस पैनल में फारेंसिक के एक्सपर्ट भी मौजूद रहे। पोस्टमार्टम की पूरी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी पुलिस ने करायी है।
फ्लैट के अंदर नहीं जा सकी पुलिस
विवेक की मौत की खबर एसएसपी कलानिधि नैथानी से अन्य अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, पर कोई भी पुलिस का अधिकारी उस फ्लैट के अंदर जाने की जहमत नहीं उठा सका, जहां पर विवेक की मौत हुई थी। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद पुलिस को उस फ्लैट में जाकर छानबीन करनी पड़ेगी, जहां पर विवेक की मौत हुई थी।
कई सवाल जो अनसुलझे
1- विवेक की हत्या कैसे हुई?
2- परिवार वालों ने पुलिस को गुमराह क्यों किया?
3- घरवाले विवेक का पोस्टमार्टम क्यों नहीं कराना चाहते थे?
4- विवेक की हत्या के पीछे की वजह क्या है?
इस तरह के कई ढेर सारे सवाल है जिनका जवाब अब पुलिस को तलाशना होगा। अभी इस मामले मेें पुलिस की पहली प्राथमिकता एफआईआर दर्ज को लेकर हो गयी।
अपने स्तर से छानबीन में लगी पुलिस: एसएसपी
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद विवेक की मौत के मामले में नया मोड़ आ गया। अब इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि अपने स्तर से पुलिस सभी पहलुओं पर छानबीन कर रही है। एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि अगर मृतक के परिवार की तरफ से कोई लिखित तहरीर मिलती है तो उस आधार पर कार्रवाई की जायेगी।