जैसे-जैसे उम्र बढ़ती हैं, हमारे शरीर में अनगिनत बदलाव होते हैं। पाचन, हड्डियों, स्किन के अलावा ये बदलाव हमारी आंखो में भी देखने को मिलते हैं। 30 की उम्र के बाद आंखों की रोशनी कम होने लगती है और कई दूसरी समस्याएं भी परेशान कर सकती हैं, तो अगर आप नहीं चाहते इन समस्याओं का सामना करना, तो कुछ बातों पर ध्यान देना बहुत जरूरी है। आइए जान लेते हैं इस बारे में।
आंखों की नियमित जांच
30 की उम्र के बाद आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए ऑप्टोमेट्रिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ से नियमित रूप से आंखों की जांच कराते रहें। क्योंकि इससे ग्लूकोमा, मैक्यूलर डीजनरेशन और मोतियाबिंद जैसी आंखों की बीमारियों के शुरुआती लक्षणों का जल्दी पता लग जाता है। जिससे इसके गंभीर होने के खतरे को टाला जा सकता है।
हेल्दी लाइफस्टाइल फॉलो करें
हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने से आंखों को लंबे समय तक हेल्दी रखा जा सकता है। अपनी डाइट में फलों, सब्जियों और ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर चीज़ों को शामिल करें, क्योंकि ये आंखों को हेल्दी रखने का काम करते हैं। इसके अलावा आंखों से जुड़ी कुछ एक्सरसाइजेस का भी अभ्यास करें।
धूम्रपान अवॉयड करें
धूम्रपान से सिर्फ फेफड़ों, हार्ट को ही नुकसान नहीं पहुंचता, बल्कि इससे आंखों को भी नुकसान पहुंचता है। धूम्रपान से आंखों से जुड़ी कई बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं धूम्रपान छोड़कर कई बीमारियों के खतरों को कम किया जा सकता है।
आईवियर का इस्तेमाल करें
आंखों को सुरक्षित रखने के लिए प्रोटेक्टिव आईवियर का इस्तेमाल भी काफी हेल्पफुल होता है। जो सूरज की हानिकारक यूवी किरणों या डिजिटल स्क्रीन से आंखों को होने वाले नुकसान से बचाते हैं। अच्छी क्वॉलिटी वाले धूप के चश्मे खरीदें, जो UVA और UVB दोनों किरणों से आंखो में रक्षा करते हैं।
स्क्रीन टाइम रूल फॉलो करें
हमारे दिन का ज्यादातर वक्त लैपटॉप या मोबाइल में बीतता है, जो आंखों की हेल्थ के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। ऐसे में आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए 20-20-20 नियम का पालन करें। मतलब हर 20 मिनट में, 20 फीट दूर किसी चीज़ को देखने के लिए 20 सेकंड का ब्रेक लें। यह लंबे समय तक स्क्रीन एक्सपोज़र के कारण होने वाली आंखों की थकान और तनाव को कम करने में मदद करता है।
हाइड्रेट रहें
हाइड्रेट रखकर कई सारी बीमारियों के खतरे को दूर करने के साथ आंखों और स्किन को भी हेल्दी रखा जा सकता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से आंखों में लुब्रिकेशन बना रहता है, जिससे ड्राई आई सिंड्रोम की प्रॉब्लम नहीं होती।
(डॉ ऋषि राज बोरह, इंडिया ऑर्बिस के कंट्री डॉयरेक्टर से बातचीत पर आधारित)