जैसे-जैसे उम्र बढ़ती जाती है रोग प्रतिरोधक क्षमता से लेकर हड्डियां तक कमजोर होने लगती है खासतौर से महिलाओं में। जिसकी वजह से शरीर कई तरह के रोगों का शिकार होते जाता है।महिलाओं के लिए ये बहुत ज्यादा जरूरी है कि वो घर-परिवार के साथ-साथ खुद की सेहत पर भी ध्यान दें। तो अगर आप बुढ़ापे में भी हेल्दी बने रहना चाहती हैं तो इन विटामिंस का रोजाना शुरू कर दें सेवन।

विटामिन सी
विटामिन सी का काम शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाना है। जिससे शरीर कई तरह के संक्रामक रोगों से बचा रहता है। इसके अलावा विटामिन सी त्वचा को भी हेल्दी रखता है।
फोलेट
फोलेट को विटामिन बी9 भी कहा जाता है, जो गर्भावस्था के दौरान बहुत ही जरूरी होता है। इसकी कमी से होने वाले शिशु में मस्तिष्क और रीढ़ से जुड़ी समस्याओं का खतरा काफी हद तक बढ़ जाता है। फोलेट रेड ब्लड सेल्स को बनाने में मदद करता है। प्रेग्नेंसी में तो खासतौर से ये विटामिन लेना चाहिए।
आयरन
ज्यादातर भारतीय महिलाएं आयरन की कमी से जूझती है। प्रजनन अंगों के सही फंक्शन के लिए आयरन बहुत ही जरूरी होता है। इसके अलावा इसका काम ऊर्जा का निर्माण करना, रेड ब्लड सेल्स बनाना, घावों को भरना, इम्यून सिस्टम को दुरुस्त रखने का है।
विटामिन डी और विटामिन बी6
बढ़ती उम्र में अर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द की समस्या से बचे रहने के लिए विटामिन डी का सेवन बहुत जरूरी है। 19 से 50 वर्ष की ज्यादातर महिलाओंं कई तरह की न्यूट्रिशन की कमी से जूझती हैं। इसमें विटामिन डी और बी6 शामिल है। ऐसे में इस उम्र की महिलाओं को रोजाना 15 मिलीग्राम विटामिन डी का सेवन करना चाहिए। तो वहीं, विटामिन बी6 लगभग 1.3 मिलीग्राम, प्रेग्नेंसी में लगभग 1.9 एमजी और स्तनपान कराने वाली लेडीज़ को तकरीबन 2 मिलीग्राम विटामिन बी6 का सेवन रोजाना करना चाहिए।
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