गुड़ का प्रयोग अमूमन हर घर में होता है. ठंड मौसम में बाजार में गुड़ की डिमांड बढ़ जाती है. गुड़ खाने के अपने अलग फायदे हैं. जानकारों की माने तो चना गुड़ सेहत के लिए काफी सही माना जाता है. ऐसे में गुड़ खाना डॉक्टर्स भी सही ठहराते है. लेकिन क्या आपको पता है गुड़ के बढ़ते डिमांड को देखते हुए इसमे मिलावट कर के बाजार में उपलब्ध कराया जा रहा है. मिलावटी गुड़ खाने के हानिकारक प्रभाव शरीर पर पड़ते है. लेकिन लोगों की जान से, मिलावट करने वालों को कोई फर्क नही पड़ता है. लेकिन आपको अपनी सेहत का ध्यान रखते हुए सही और मिलावटरहित गुड़ खाना चाहिए.
मिलावट करने के लिए गुड़ में कैल्शियम कार्बोनेट और सोडियम बाइकार्बोनेट मिलाया जाता है. इससे गुड़ का वजन बढ़ जाता है वही इसका रंग गुड़ जैसा ही रहता है. वही इस प्रकार के गुड़ का प्रयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है. हम आपको इस ऑर्टिकल में बताने जा रहे है कि आप आसानी से गुड़ की पहचान कर सकते है कि ये असली है या नकली. मिलावट वाले गुड़ को पहचानना कोई कठिन काम नही है. आपको बस कुछ बातों का ध्यान रखना होगा. इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना होता है.
टेस्ट कर करें चेक
गुड़ को लेने से पूर्व आप उसका टेस्ट जरुर लें. गुड़ खाने में यदि नमकीन या फिर कड़वा नहीं है तो वो शुद्ध है और आप इसका प्रयोग निश्चिंत होकर कर सकते हैं. दरअसल मिलावटी गुड़ का टेस्ट थोड़ा कड़वा और नमकीन जैसा हो जाता है. वो इसलिए क्यों कि उसमे कैल्शियम कार्बोनेट और सोडियम बाइकार्बोनेट मिला होता है.
सख्त गुड़ ही खरीदें
हमेशा सख्त गुड़ खरीदना पसंद करें. दरअसल सख्त गुड़ ये सुनिश्चित करता है कि गन्ने के रस को उबालते समय इसमें कोई मिलावट नहीं की गई है.
सफेद, हल्का पीला या लाल जैसा गुड़ होता है मिलावटी
गुड़ का प्राकृतिक रंग एक ही होता है. यदि बाजार में मिलने वाला गुड़ सफेद, हल्का पीला या लाल जैसा है तो इसे खरीदने से बचे. इस प्रकार के गुड़ में मिलावट की जाती है जो कि सेहत के लिए हानिकारक होता है. आपको बता दें कि यदि आप सफेद, हल्का पीला या लाल जैसा गुड़ खरीदते है और इसे कुछ देर के लिए पानी में डाला जाए तो मिलावटी पदार्थ बर्तन के नीचे बैठ जाएंगे, जबकि शुद्ध गुड़ पानी में पूरी तरह से घुल जाएगा.
भूरा गुड़ होता है शुद्ध
शुद्ध गुड़ पहचानने की सबसे आसान विधि है उसके रंग से पहचानना. इसके लिए आपको गुड़ का सही और नेचुरल रंग पता होना चाहिए. गुड़ भूरा ही होता है. गुड़ भूरा रंग के आलावा किसी और रंग का है तो वो शुद्ध नही हो सकता है. दरअसल मिलावट के कारण गुड़ के रंग में परिवर्तन आ जाता है.