पूर्व की सरकारों में हुई मनमानी पोस्टिंग पर कुछ भी न बोलने वाले आईपीएस ने भाजपा सरकार बनने के बाद पुलिस विभाग में तबादलों और डीजीपी जावीद अहमद के खिलाफ ट्विटर पर मोर्चा खोला। इस मामलें में आज आईपीएस अधिकारी हिमांशु को यूपी सरकार ने निलम्बित कर दिया गया है।
हिमांशु कुमार ने चंद रोज पहले ही प्रदेश में कई जिलों में थानाध्यक्षों के साथ ही इंस्पेक्टर के तबादलों पर गहरी नाराजगी व्यक्त करने के बाद डीजीपी जावीद अहमद के खिलाफ ट्वीट किया था। इस मामले को मुख्यमंत्री ने बेहद गंभीरता से लिया था। उन्होंने हिमांशु कुमार के खिलाफ एक्शन लेने का निर्देश दिया था। डीजीपी जावीद अहमद की संस्तुति पर आज सीएम आदित्यनाथ योगी ने हिमांशु कुमार को सस्पेंड कर दिया है। आईपीएस अधिकारी हिमांशु कुमार ने पिछले दिनों ट्वीट करके हो रहे तबादलों और पुलिस मुखिया जावीद अहमद खलबली मच गई थी।
ट्वीट के जरिये उन्होंने सीनियर आईपीएस अफसरों पर यादव जाति के अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को लाईन हाजिर व तबादला करने का आरोप लगाया था। हिमांशु कुमार पर आईजी कार्मिक की जांच रिपोर्ट के आधार पर निलंबन की कार्रवाई की संस्तुति की गई है। शासन ने आईपीएस पर कार्रवाई के लिए सीएम को रिपोर्ट भेज दी है। हिमांशु कुमार ने अपनी पत्नी के खिलाफ दर्ज किए गए मुकदमें की निष्पक्ष जांच न कराने व खुद को प्रतिडि़त किए जाने का आरोप लगाया था। 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हिमांशु को अब तक छह जिलों महराजगंज, श्रावस्ती, हापुड़ ,कासगंज, मैनपुरी और फिरोजाबाद में बतौर एसपी बनाकर भेजा जा चुका है।