बरसात के मौसम में लोगों को गोलगप्पे खाने का बड़ा शौक होता है। जी हाँ और इस मौसम में गोलगप्पों को खाने का मजा कुछ और ही होता है। हालाँकि क्या आप जानते हैं कि इन दिनों खतरनाक बीमारी टाइफाइड होने की बड़ी वजह गोलगप्पा बना हुआ है? जी हाँ, मिली जानकारी के तहत टाइफाइड हाइजीन और खान-पान से जुड़ी हुई बीमारी है, जो बारिश में तेजी से बढ़ती है। आप सभी को बता दें कि कुछ दिन पहले ही नेपाल के काठमांडू और तेलंगाना के कुछ जगहों पर गोलगप्पों पर इसलिए बैन लगा दिया गया था, क्योंकि इसे खाकर हजारों की तादाद में लोग टाइफाइड से संक्रमित हो गए थे। जी दरअसल ‘पानी पूरी डिजीज’ के नाम से मशहूर टाइफाइड दरअसल साल्मोनेला टाइफी नामक खतरनाक बैक्टीरिया के कारण होता है। वहीं मायोक्लीनिक के मुताबिक, यह बैक्टीरिया मुंह से होते हुए पेट तक पहुंचता है और लोगों को बीमार बना देता है। जी हाँ और इस वजह से बरसात में ये बैक्टीरिया ज्यादा एक्टिव होते हैं और कोई संक्रमित इंसान गोलगप्पे के पानी के संपर्क में आता है तो ये पानी आसानी से कॉन्टैमिनेट होता है जिसे पीकर लोग आसानी से संक्रमित हो जाते हैं।

अगर टाइफाइड का इलाज सही समय पर ना हुआ तो यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है और थकान, पीली त्वचा, खून की उल्टी और इंटर्नल ब्लीडिंग भी हो सकती है। ऐसा होने से किसी की जान तक जा सकती है।
कैसे होता है संक्रमण– एंटीबायोटिक उपचार के बाद भी अगर टाइफाइड से ठीक हुआ इंसान लोगों के संपर्क में आता है तो भी वो लोगों को संक्रमित कर सकता है। जी दरसल क्रोनिक कैरियर्स के रूप में इन लोगों में टाइफाइड का लक्षण नहीं रहता लेकिन इनके टॉयलेट से लोगों में संक्रमण हो सकता है। जी हाँ और अगर संक्रमित इंसान टॉयलेट के बाद अच्छी तरह से हाथ नहीं धो रहा और भोजन या पीने के पानी को छू रहा है तो इससे अन्य लोगों को भी आसानी से टाइफाइड हो सकता है।
इस तरह टाइफाइड से करें बचाव-
– खाना खाने से पहले और शौच के बाद हाथ को अच्छी तरह साफ करें।
– बाहर से आने के बाद हाथ पैर को साबुन से साफ करें।
– खांसते छींकते वक्त मुंह पर रूमाल रखें।
– चेहरे को बार बार छूने से बचें।
– स्ट्रीट फूड में पानी वाली चीजें ना खाएं।
– गोलगप्पे से दूर रहें।
– बाहर की ठंडी चीजें ना खाएं।
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