बालिका गृह यौन हिंसा प्रकरण के मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर सहित 10 आरोपितों की विशेष पॉक्सो कोर्ट में शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी हुई। ब्रजेश ने कोर्ट के समक्ष खुद को जेल के उच्च सुरक्षा सेल में रखे जाने का मामला उठाया। कहा, सेल में मुझे खूंखार माओवादी के साथ रखा गया है। मेरी जान को खतरा है। कोर्ट ने इसे जेल की सुरक्षा का मामला बताते हुए किसी भी तरह के हस्तक्षेप से इन्कार कर दिया। 
अन्य आरोपितों, सीडब्ल्यूसी सदस्य विकास कुमार, निलंबित सीपीओ रवि रोशन व सात अन्य महिलाओं की भी पेशी हुई। पिछले आठ अगस्त को पेशी के दौरान मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर के चेहरे पर एक लड़की द्वारा स्याही पोतने की घटना के मद्देनजर कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। वीडियो कांफ्रेंसिंग कक्ष के सामने भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम थे। बता दें कि इस मामले में एक आरोपित दिलीप वर्मा फरार चल रहा है।
विशेष पाॅक्सो कोर्ट ने पेशी के लिए दोपहर डेढ़ बजे का समय निर्धारित किया था। इससे पहले आरोपितों की पेशी को लेकर कोर्ट परिसर व हाजत के निकट सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
इधर, बालिका गृह कांड में मुख्य आरोपित ब्रजेश ठाकुर पर सीबीआइ ने अपनी दबिश तेज कर दी है। कल उसके रिश्तेदारों और इस कांड में संलिप्त लोगों के घर पुलिस ने छापेमारी की थी और कई साक्ष्य जुटाए थे। इसके साथ ही सीबीआइ की एक टीम उसके पटना स्थित अखबार प्रातःकमल के दफ्तर में भी तफ्तीश की थी जिसमें कई आपत्तिजनक सामान बरामद हुए हैं।
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