दरअसल, महाराणा प्रताप जयंती के उपलक्ष्य पर निकाली जा रही शोभायात्रा को लेकर पांच मई को शब्बीरपुर जातीय संघर्ष हो गया था। इसके बाद शुरू हुई सियासत में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर, रालोद के महासचिव जयंत चौधरी सहित कई लोग पहुंचे। 23 मई को बसपा सुप्रीमो मायावती गांव पहुंची थी। उनकी सभा से लौटते लोगों पर हमलावरों ने जानलेवा हमला किया था और इसमें एक युवक की मौत हो गई।
इसके बाद शासन ने शब्बीरपुर में किसी भी बाहरी व्यक्ति के जाने पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को कांग्रेसियों ने अचानक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी के कार्यक्रम की अनुमति मांगी तो प्रशासनिक महकमे में भी हड़कंप मच गया। हालांकि प्रशासन ने सहारनपुर दौरे की अनुमति को खारिज कर दिया है। बावजूद इसके कांग्रेसियों का दावा है कि हर हाल में राहुल गांधी सहारनपुर आएंगे।