बिल्हौर तहसील के नदिहा खुर्द में पहले 1320 मेगावॉट का सुपर थर्मल पावर प्लांट स्थापित किया जाना था। दिसंबर माह में तय किया गया कि अब यहां 225 मेगावॉट का सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाएगा। सारी प्रक्रिया पूरी हो गई, लेकिन आज तक विद्युत विभाग से बिजली की दरों को लेकर अनुबंध न होने के कारण यह प्रोजेक्ट अटक गया। उम्मीद है कि अगले हफ्ते एनटीपीसी और विभाग के बीच समझौता हो जाएगा और इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू होगा।
बिल्हौर में एनटीसीपी को आठ साल पहले 1320 मेगावॉट का पावर प्लांट स्थापित करने की जिम्मेदारी दी गई थी। एनटीपीसी ने तैयारी भी कर ली , लेकिन पिछले साल प्रोजेक्ट को रद कर दिया गया। तय किया गया कि बढ़ते प्रदूषण के खतरे से बचाने के लिए यह जरूरी है कि सोलर पावर प्लांट स्थापित किया जाए। एनटीपीसी बोर्ड के प्रस्ताव को ऊर्जा मंत्रालय से भी मंजूरी मिली। 225 मेगावॉट के प्लांट का खाका खींचा गया। भूमि भी उपलब्ध है ऐसे में अब सिर्फ रेट को लेकर अनुबंध होना है। एक वरिष्ठ प्रशासनिक अफसर के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही पनकी स्थित पावर प्लांट में 660 मेगावॉट बिजली के प्लांट और डोड़वा जमौली के सोलर पावर प्लांट की आधारशिला रखने आएंगे। यही वजह है कि प्रदेश सरकार भी जल्द ही एनटीपीसी से अनुबंध करा सकती है ताकि जब प्रधानमंत्री का कार्यक्रम पनकी पावर प्लांट के लिए तय हो तो सारी औपचारिकता पूरी हो चुकी हो।
इन गांवों की ली गई भूमि
उत्तरी गांव में 26.2750 हेक्टेयर भूमि, मदारा रायगुमान में 172.75388 हेक्टेयर, नदिहा खुर्द में 105.4190 हेक्टेयर, डोड़वा जमौली में 80.0330 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की गई है।