मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड मामले में इस्तीफा देने वाली बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है. दरअसल, मंजू वर्मा पर अवैध कारतूस रखने का आरोप है. ऐसे में आर्म्स एक्ट के तहत उनकी गिरफ्तारी हो सकती है.
मुजफ्फरपुर मामले की जांच कर रही सीबीआई ने 17 अगस्त को मंजू वर्मा के बेगूसराय जिले के आवास पर छापेमारी की थी तो उस दौरान 50 कारतूस बरामद किए गए थे.इस मामले में सीबीआई के डीएसपी ने चेरिया बरियारपुर थाने में मामला दर्ज कराया था. बेगूसराय पुलिस ने जब्त किए गए सभी कारतूसों को जांच के लिए पटना के विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा था. जांच में पता चला कि बरामद किए गए सभी कारतूस अवैध हैं.
बेगूसराय के एसपी आदित्य कुमार ने कहा कि हम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, उसके बाद कार्रवाई की जाएगी. हालांकि मंजू वर्मा के बेटे ने पुलिस से मिलकर गुहार लगाई है कि बरामद कारतूस उनके नहीं हैं. पुलिस का कहना है कि अगर लिखित में आवेदन आता है तो उसकी भी जांच होगी.
बता दें कि बीते दिनों ब्रजेश ठाकुर द्वारा संचालित मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 34 नाबालिक लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया था. आरोप था कि इस मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और मंजू वर्मा के पति चंद्रशेखर वर्मा के बीच बातचीत होती थी.
इन आरोपों के बीच नीतीश कुमार की सरकार में मंत्री मंजू वर्मा ने 8 अगस्त को समाज कल्याण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद सीबीआई ने मंजू वर्मा के पटना समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की थी.
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