पटना में मेडिकल छात्रों पर पीजी काउंसलिंग के दौरान हुए लाठीचार्ज के विरोध में बुधवार को जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी थी. ये हड़ताल गुरुवार शाम स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के आश्वासन के बाद समाप्त हो गई.
यह भी पढ़े: अभी अभी: असम में गैस पाइपलाइन में डिब्रूगढ़ में हुआ बड़ा धमाका..
हड़ताल पर जाने का कारण
बता दें कि सोमवार को मेडिकल छात्रों पर पीजी मैट की काउंसलिंग के दौरान जूनियर डॉक्टर और पुलिस के बीच भिड़ंत हो गई थी. जिसके बाद पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया. साथ ही पांच छात्रों को गिरफ्तार किया गया. इसके विरोध में बुधवार से पीएमसीएच के करीब 450 जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे.
हड़ताल से स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई
पीएमसीएच के जेडीए के अध्यक्ष डॉ़ विनय कुमार ने आश्वासन मिलने के बाद हड़ताल वापस लेने की घोषणा की. जूनियर डॉक्टरों के हड़ताल पर जाने के कारण बिहार के सबसे बडे अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई थी. जिससे मरीज परेशान थे.
अन्य जगहों से भी बुलाऐ गऐ डॉक्टर
हड़ताल की वजह से मरीजों की परेशानी बढ़ गई थी. इलाज के अभाव में केवल पीएमसीएच में दो दिनों के अंदर 17 मरीजों की मौत हो गई है. हालांकि अस्पताल प्रबंधन एस चीज को नकार रहा है. पीएमसीएच के अधीक्षक लखींद्र प्रसाद ने बताया, कि कुछ मरीजों के मौत की सूचना भी है . इसका आंकड़ा उनके पास नहीं है. उनका कहना है कि मरने वाले मरीजों की हालत नाजुक थी इसलिए उनकी मौत हुई. उन्होंने दावा किया कि आपातकालीन सेवा सामान्य तौर पर चल रही है.
आपातकालीन सेवा के लिए अन्य जगहों से 25 से ज्यादा डॉक्टरों को पीएमसीएच बुलाया गया था.
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features