पटना: केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1,000 रुपये के नोटों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद उन नोटों को बदलने के लिए राजधानी पटना सहित सभी क्षेत्रों के बैंकों और डाकघरों में लोगों की भीड़ उमड़ गई है. लोग बैकों में कतार में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. बड़े नोटों पर प्रतिबंध के बाद गुरुवार को इन रुपये को बदलने का पहला दिन है. हालांकि बैंकों में इसके लिए खास व्यवस्था की गई है.
बैंकों और डाकघरों में नोटों को बदलने के लिए अतिरिक्त काउंटर बनाए गए हैं, परंतु अधिक भीड़ होने के कारण लोगों को नोट बदलने के लिए काफी इंतजार करना पड़ रहा है.
पटना में लोग इन नोटों को बदलने के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, एचडीएफसी बैंक आदि के बाहर लाइन लगाकर खड़े हैं. नोटों को बदलने के लिए एक फॉर्म भरा जा रहा है तथा लोग पहचान-पत्र दे रहे हैं.
पटना के देना बैंक की मौर्या लोक शाखा, वीरचंद पटेल मार्ग स्थित युनाइटेड बैंक की शाखा, बोरिंग रोड सहदेव महतो मार्ग के केनरा बैंक में लोगों की लंबी कतार लगी है. कतार में खड़ी महिलाओं ने कहा कि महिलाओं के लिए अलग से विशेष व्यवस्था नहीं होने से परेशानी हो रही है.
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई बैकों में पुलिस की तैनाती की गई है. इधर, पटना के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि सभी बैंकों में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। उन्होंने बताया कि बैकों के आसपास पुलिस को लगातार गश्त करने का निर्देश दिया गया है।
राज्य के अन्य क्षेत्रों मुजफ्फरपुर, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, जहानाबाद सहित सभी जिलों में ऐसा ही नजारा देखने को मिल रहा है. गया और औरंगाबाद जिले के कई बैकों में लोग सुबह से ही पहुंच गए हैं.
डाकघरों में भी नोट बदलने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. डाक निदेशक अदनान अहमद ने बताया कि पटना मुख्य डाकघर में पांच एवं बांकीपुर डाकघर में तीन विशेष काउंटर बनए गए हैं. उप डाकघरों में भी नोट बदलने के लिए काउंटरों की संख्या बढ़ाई गई है.
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन पर लगाम लगाने के लिए अचानक सख्त कार्रवाई करते हुए मंगलवार को 500 और 1,000 रुपये के नोटों को मंगलवार मध्यरात्रि से अवैध घोषित कर दिया था.