मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का स्टारडम एक बार फिर बिहार विधानसभा और उत्तर प्रदेश के उपचुनाव में साफ साफ दिखा। उत्तर प्रदेश में उपचुनाव की जिम्मेदारी पूरी तरीके से योगी आदित्यनाथ के कंधे पर थी। विपक्षी दल उपचुनाव को योगी सरकार के कामकाज के आकलन के तौर पर प्रचारित कर रहे थे। परिणाम बता रहे हैं कि योगी सरकार जनता के आकलन पर खरी उतरी है।
अभी तक के नतीजों के अनुसार उप्र की 7 में से 6 सीटों पर भारतीय जनता पार्टी और एक पर निर्दलीय प्रत्याशी आगे है। उपचुनाव के परिणाम योगी सरकार के कामकाज पर जनता की मुहर है साथ ही एक बार फिर उसने विपक्ष के सारे आरोपों को खारिज करते हुए उसे नकार दिया। इन नतीजों में भविष्य का भी संकेत है।
बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद सवार्धिक डिमांड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की थी।
यूपी में उपचुनाव होने के कारण सीएम योगी वहां ज्यादा समय नहीं दे पाए फिर भी उन्होंने एनडीए के पक्ष में ताबड़तोड़ 19 रैलियां की। इन 19 में से 13 सीटों पर एनडीए के प्रत्याशी आगे चल रहे हैं।
उत्तर प्रदेश उपचुनाव में योगी आदित्यनाथ का स्ट्राइक रेट 90% है तो बिहार उपचुनाव में 70 फ़ीसदी।