बिहार के मुजफ्फरपुर सड़क हादसे के मुख्य आरोपी मनोज बैठा ने आखिरकार सरेंडर कर दिया. इस हादसे में नौ स्कूली बच्चों की मौत हुई थी. हालांकि सरेंडर करने के बाद मनोज बैठा को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा क्योंकि इस हिट एंड रन मामले में मनोज के भी घायल होने की खबर मिली थी. इलाज के लिए पहले मनोज बैठा को श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में मनोज को पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) में शिफ्ट किया गया.
बीजेपी ने मनोज को पार्टी से निकाला
इस दुर्घटना की खबर आते ही आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बीजेपी नेता मनोज बैठा पर आरोप लगाए थे. तेजस्वी ने मनोज के नेपाल भाग जाने की बात भी कही थी. बीजेपी ने इस हादसे के बाद मनोज बैठा को 6 साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया है. मनोज बैठा पर शराब पीकर गाड़ी चलाने का आरोप लगाया गया है. इसलिए बिहार में शराबबंदी पर भी सवाल उठ रहे हैं.
कौन है मनोज बैठा?
मनोज बैठा सीतामढ़ी जिले के सोनवरसा में फतेहपुर के निवासी हैं. मनोज बैठा 5 साल से बीजेपी में हैं. दो साल पहले मनोज को सीतामढ़ी जिले की नई कार्यकारिणी के गठन पर जिला महामंत्री बनाया गया. मनोज बैठा ने सीतामढ़ी के आरक्षित बथनाहा विधानसभा से पिछले चुनाव में अपनी दावेदारी पेश की थी, लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला.
ये है पूरा मामला
शनिवार को सीतामढ़ी और मुजफ्फरपुर के बीच एनएच 77 पर भीषण सड़क दुर्घटना हुई थी. इसमें 9 बच्चों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई. बीजेपी नेता मनोज बैठा अपनी बोलेरो गाड़ी से सीतामढ़ी से मुजफ्फरपुर आ रहे थे. इस दौरान मुजफ्फरपुर के मीनापुर थाना क्षेत्र के धरमपुर गांव में उनकी गाड़ी ने पहले एक महिला और पुरुष को टक्कर मारी, फिर भागने के चक्कर में सड़क किनारे खड़े बच्चों को कुचल दिया. ये बच्चे अपने स्कूल से घर लौट रहे थे.
हादसे में 9 बच्चों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी. गाड़ी खुद मनोज बैठा चला रहा था. आजतक ने सीसीटीवी फुटेज भी सबसे पहले दिखाया था, जिसमें वो अपने गाड़ी चलाते हुऐ रुन्नीसैदपुर टोल प्लाजा क्रॉस कर रहा था.
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