भाजपा के गढ़ में कांग्रेस की ऐसी आंधी चली कि बड़े बड़े दिग्गज भी इस आंधी में उड़ गए।
Politics: हार में भी कांग्रेस ने तलाशा जीत का मजा !
हमीरपुर में भाजपा का गढ़ ढह गया। नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री प्रेमकुमार धूमल के हमीरपुर जिले को भाजपा का गढ़ माना जाता है। पिछली बार कांग्रेस यहां पर पांच सीटों में से मुश्किल से एक सीट ही निकाल पाए। कांग्रेस के वर्तमान प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू भी तब यहां से चुनाव हार गए थे, मगर इस बार यहां कांग्रेस के पास तीन सीटें हैं तो भाजपा के पास महज दो ही सीटें बची हैं।
सुजानपुर से भाजपा के प्रेम कुमार धूमल 1919 मतों से हारे
कांग्रेस 25288
भाजपा 23369
नादौन से कांग्रेस के सुखविंद्र सिंह सुक्खू 2349 मतों से जीते
कांग्रेस 30980
भाजपा 28631
बड़सर से कांग्रेस के इंद्रदत्त लखनपाल 439 से जीते
कांग्रेस 25679
भाजपा 25240
भोरंज से भाजपा की कमलेश कुमारी 6892 मतों से जीती
भाजपा 27961
कांग्रेस 21069
हमीरपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र ठाकुर 7211 मतों से जीते
भाजपा 25854
कांग्रेस 18623
2012 में कांगड़ा जिले ने ही कांग्रेस को सत्ता में लाने को बड़ा साथ दिया। यानी कांग्रेस को यहां 15 में से 10 सीटें ही मिलीं। इस बार स्थिति इसके उलट है। यहां पर भाजपा इस बार 11 सीटों पर जीती है। कांग्रेस सरकार में परिवहन मंत्री जीएस बाली को भाजपा के अरूण कुमार कूका ने हरा दिया।
कांग्रेस सरकार में स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर को भाजपा के जवाहर ठाकुर ने हरा दिया।