अजीतमल कोतवाली के ग्राम भीखेपुर में मंगलवार की भोर पहर उस समय सनसनी फैल गई जब एक बेटे ने पिता के सीने त्रिशूल घोपकर मौत के घाट उतार दिया। आखिर एक बेटे ने पिता के साथ ऐसा क्यों किया, जिसने उसे अपने कंधे पर बिठाकर घुमाया था। हत्या की वजह को लेकर ग्रामीणों में चर्चा बनी रही, वहीं बड़े भाई की सूचना पर आई पुलिस ने छानबीन शुरू की है।
ग्राम भीखेपुर निवासी 58 वर्षीय अरविंद बाल्मीक मजदूरी करके परिवार का भरण पोषण करता था। सोमवार की रात रोज की तरह अरविंद घर के बाहर चारपाई डालकर सो रहा था और बाकी सदस्य घर के अंदर लेटे थे। मंगलवार की भोर पहर अरविंद की चीख सुनकर स्वजन जाग गए और दौड़कर उसके पास पहुंचे। अरविंद के सीने में त्रिशूल धंसा और खून से लथपथ देखकर स्वजन अवाक रह गए। इस बीच उसके छोटे पुत्र को भागते हुए देखा। स्वजन खून से लथपथ अरविंद को सीएचसी ले गए।
डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
बड़े पुत्र प्रदीप ने छोटे भाई शिवम पर शराब के नशे में त्रिशूल मारकर पिता की हत्या किए जाने का आरोप लगाया। पुलिस ने 304 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपित बेटे की तलाश शुरू की है। कोतवाली निरीक्षक रामसहाय ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में सामने आया है कि शराब पीने से मना करने पर पुत्र ने पिता की हत्या की है, मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
प्रेम प्रसंग का करता था विरोध
पुलिस के अनुसार अरविंद की बेटी संध्या की शादी हो चुकी है। नौ पुत्रों में सबसे बड़े पुत्र प्रदीप, पांचवे नंबर के पुत्र दीपक की भी शादी हो चुकी है। संजय, प्रमोद, मन्नू, शिवम, राजा, अरुण, करन अविवाहित हैं। चर्चा है कि शिवम का किसी युवती के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था। उसके प्रेम प्रसंग पर पिता आपत्ति जताते थे, जिसे लेकर आए दिन विवाद होता था।