सेंट पीटर्सबर्ग: मंगलवार देर रात सेंट पीटर्सबर्ग स्टेडियम में खेले गए पहले सेमीफाइनल मैच में फ्रांस ने बेल्जियम को 1-0 से मात देकर फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण के फाइनल में जगह बना ली है। फ्रांस तीसरा बार फाइनल में पहुंचने में सफल रहा है।
इससे पहले 1998 और 2006 में फ्रांस ने फाइनल में जगह बनाई थी। 1998 में वह विश्व विजेता बना था। वहीं बेल्जियम पहली बार फाइनल में जाने से महरूम रहे गया। फाइनल में फ्रांसी का सामना इंग्लैंड और क्रोएशिया के बीच बुधवार को होने वाले दूसरे सेमीफाइनल मैच की विजेता से होगा। मंगलवार की देर रात हुए मैच में दोनों टीमों के बीच जबरदस्त टक्कर थी।
यह मैच फ्रांस के मजबूत डिफेंस और इस विश्व कप में अभी तक सबसे ज्यादा गोल करने वाली बेल्जियम की फॉरवर्ड लाइन के बीच का मैच था। दोनों टीमें अपनी जान लगाकर तेज फुटबाल खेल रही थीं। सफलता हालांकि फ्रांस के डिफेंस को मिली जो बेल्जियम के अटैक को रोकने में कामयाब रही। इस मैच का इकलौता गोल 51वें मिनट में आया।
यह गोल सैमुएल उम्तीती ने हेडर से किया। फ्रांस के ओलीवर जीरू को बॉक्स में गेंद मिली जिसे उन्हें घूमकर नेट में डालना चाहा और इसी दौरान गेंद बेल्जियम के डिफेंडर के पैर से लग कर बाहर चली गई। फ्रांस को कॉर्नर मिला जिसे एंटोनी ग्रीजमैन ने लिया और उनकी किक पर उम्तीती ने हेडर के जरिए गोल कर फ्रंास को 1-0 से आगे कर दिया।
फ्रांस की इस जीत में उसके गोलकीपर ह्यूगो लोरिस का भी बड़ा हाथ रहा जिन्होंने दोनों हाफों में कई शानदार बचाव किए। वहीं बेल्जियम के गोलकीपर तिबाउत कोटरेइस ने भी फ्रांस को कई मौकों पर दूसरे गोल से दूर रखा। फ्रांस के डिफेंस ने भी अच्छा काम किया और बेल्जियम के रोमेलु लुकाकु और ईडन हेजार्ड को साफ मौकों पर गोल नहीं करने दिए। गोल खाने के बाद बेल्जियम के खिलाडिय़ों में बराबरी करने की जल्दबाजी साफ देखी जा रही थी और इसी कारण उन्हें तीन येलो कार्ड मिले।