नई दिल्ली : मुजफ्फरनगर में करीब 70 लड़कियों ने आरोप लगाया है कि उन्हें मासिक धर्म के ब्लड की जांच के लिए वार्डन ने कपड़े उतवा दिए। जिसके बाद वार्डन को सस्पेंड कर दिया गया है।
बता दें कि कस्तूरबा गांधी आवासीय गर्ल्स स्कूल में यहां कई स्टूडेंट ऐसे हैं जो यहां रहकर पढ़ाई करते हैं। दरअसल, आज से ठीक दो दिन पहले हॉस्टल की वॉर्डन ने दीवार पर खून के धब्बे देखे तो उन्होंने वहां मौजूद सभी लड़कियों से धब्बे का कारण पूछा।
वजह पूछने के बाद वॉर्डन ने एक एक करके लड़कियों के कपड़े उतवाकर जांच करना शुरु किया। यहां रह रही छात्राओं ने बताया कि वार्डन ने करीब 70 छात्राओं के कपड़े उतरवाकर उनके गुप्तांगों को चेक किया।
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वॉर्डन की इस हरकत से सबी लड़कियां डर गई जिसके बाद सभी ने अपने परिजन को इसकी जानकारी दी। इस घिनौनी हरकत के बारे में जब परिजन को पता चला तो गुस्साए परिजनों ने मिलकर जमकर हंगामा किया।
वार्डन सुरेखा तोमर का कहना है कि विद्यालय में अनुशासन बनाए रखने के कारण कुछ अभिभावक व शिक्षक उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं। लड़कियों के कपड़े उतवाने पर बताया कि ऐसा नहीं करना था ये मेरी गलती है।