नई दिल्ली। क्रिकेट के मैदान में गेंदबाज और बल्लेबाज के बीच विवाद देखने की मिल जाना आम बात है लेनिक बहुत कम ही ऐसा देखने को मिलता है जब एक बल्लेबाज या गेंदबाज एक दूसरे को मदद कर रहे हो। लेकिन इस आईपीएल सीजन के हैदराबाद और गुजरात के दौरान विकेटों पर कुछ ऐसा वाक्या देखने को मिली जिसे देखने के बाद हर एक खेल प्रेमी ने इस खेल भावना की सराहना की।
दरअसल, एक वाक्या हैदराबाद के डेविड वॉर्नर और गुजरात के बासिल थंपी के बीच देखने को मिला। जब डेविड वॉर्नर नॉन-स्ट्राइकिंग एंड पर खड़े हुए थे, बेसिल थंपी गेंदबाजी कर रहे थे और दूसरे एंड पर हेनरिकेस बैटिंग कर रहे थे। थंपी ने गेंद फेंकी और गेंद पिच के दूसरे छोर से निकली। थंपी ने पूरी ताकत लगाकर अपने फॉलो-थ्रू में गेंद को पकड़ने की कोशिश की लेकिन पकड़ नहीं पाए। इस दौरान उनका जूता निकल गया। उधर, वॉर्नर रन लेने के लिए निकल पड़े थे। रास्ते में जब उन्हें जूता पड़ा दिखा तो वॉर्नर ने अपनी हाथों से जूता उठाकर जल्दी से थंपी को दिया और फिर से दौड़ पड़े और रन पूरा किया।
इस घटना क्रम के बाद वॉर्नर की प्रशंसा हर भारतीय भी कर रहा है क्योकि अगर देखा जाए तो वॉर्नर का खेल में कद भी थंपी से बड़ा है। शायद ही कोई और खिलाड़ी वॉर्नर की जगह यह करता।