पश्चिमी सीमा से. बीकानेर-श्रीगंगानगर
सीमापार जाकर पाकिस्तान के आकांओं की छत्रछाया में चल रहे आतंकी शिविर और उनके बचाव में उतरी पाकिस्तानी सेना के 40 आतंकियों को मौत के घाट उतारने से बॉर्डर एरिया में खुशी और जश्न का माहौल है।
भारत-पाक अंतरराष्ट्रीय सीमा के गांवों और शहरों में जहां दिवाली से पहले पटाखे फोड़े गए वहीं ईद गुजर जाने के बाद भी ईद जैसी मुबारकबाद और मिठाई बांटी गई।
खासकर सरहदी बीकानेर और श्रीगंगानगर के इलाके में बॉर्डर पर जवान और किसान दोनों की बांहे फड़क रही है। इनदिनों खरीफ की फसलें पकाव पर होने से किसान खेतों में काम कर रहे है।
काम भी जीरो लाइन से सटे खेतों में ग्वार और मूंग की फसल की कटाई का चल रहा है। किसान जिस उत्साह से अपनी पकी फसल को काट रहे हैं उससे ज्यादा जोश पाक को मुंह तोड़ जवाब देने की भारतीय सेना की कार्रवाई का है।
इसी के साथ ही सरहदी गांवों की चौपालों और शहरों में चाय की थडिय़ों पर हर जगह बस मोदी के मास्टर स्ट्रोक और पाक के मुंह की खाने पर चर्चा चल रही है।
बीकानेर शहर में भारतीय सेना की जवाब कार्रवाई की खुशी तो इस कदर है कि खासकर मुस्लिम समुदाय ने मिठाई बांटकर मुबारकबाद दी। कोटगेट क्षेत्र में गुरुवार की रात को ऐसा नजारा देखने को मिला। इसी तरह शहर में कई जगह पटाखे भी छोड़े गए।
बॉर्डर के दस किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों के ग्रामीणों को अलर्ट किया हुआ है। उन्हें किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के लिए कहा गया है। बॉर्डर की तारबंदी के उसपार जीरो लाइन पर बीएसएफ ने गश्त शुरू कर रखी है।
राजस्थान से सटे श्रीगंगानगर जिले से लगते 211 किलोमीटर के अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर और बीकानेर जिले के 160 किलोमीटर के बॉर्डर पर विशेष चौकसी बरती जा रही है।
सरकारी कर्मचारियों की भी छुट्टियां रद्द
बौखलाए पाकिस्तान के किसी भी कदम का कड़ा जवाब देने की तैयारी भारतीय सेना और बीएसएफ ने कर रखी है। इसी बीच बॉर्डर एरिया के जिला प्रशासन का उनके अधीन सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों की छुट्टियां रद्द करने के आदेश जारी किए है। खासकर पटवारी और ग्राम सेवकों को ग्रामीण क्षेत्र में रहने और छुट्टी पर नहीं जाने के लिए कह दिया गया है।