यूएन में सुषमा स्वराज के बलूचिस्तान का मुद्दा उठाने से पाक बौखला गया है। यूएन में पाक प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने कहा कि बलूचिस्तान की बात कर भारत, पाकिस्तान के आंतरिक मामले में दखल दे रहा है। यह अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। सुषमा के भाषण के बाद जवाब देने के अपने अधिकार का इस्तेमाल करते हुए लोधी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग नहीं विवादित क्षेत्र है।यूएन में भारतीय मिशन की प्रथम सचिव एनम गंभीर ने पलटवार किया। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है। मुझे लगता है पाक प्रतिनिधि ने हमारी विदेश मंत्री को ठीक से नहीं सुना जबकि संदेश काफी स्पष्ट था।’
पाक का दावा, विवादों के हल में गंभीर नहीं भारत
पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने सोमवार को दावा किया कि भारत कश्मीर मसले जैसे ऐतिहासिक विवादों का हल करने को लेकर गंभीर नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भारत की खुफिया एजेंसी अफगानिस्तान सीमा पर सुरक्षा स्थिति का दोहन कर रही है।
एक दिवसीय दौर पर जर्मनी गए जनरल शरीफ ने कहा, ‘भारत कश्मीर जैसे ऐतिहासिक विवादों के निपटारे का अनिच्छुक रहा है जिस वजह से सीधे तौर पर भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है तथा यहां क्षेत्रीय सांस्कृतिक संघर्ष लगातार जारी है।’ उन्होंने अफगानिस्तान सीमा पर सुरक्षा स्थिति का नाजायज फायदा उठा रहा है और वहां प्रभावी सीमा प्रबंधन प्रणाली नहीं होने के कारण आतंकवादी सीमापार से घुसपैठ कर रहे हैं।
पाक का नया पैंतरा, उड़ी हमले की हो अंतरराष्ट्रीय जांच
पाकिस्तान ने उड़ी में सेना के कैंप हुए आतंकी हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की है। साथ ही इस हमले के लिए उसके ऊपर लगाए गए भारत के आरोपों को निराधार बताया है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा कि किसी भी हमले के बाद भारत हमेशा जांच से पहले ही घोषणा कर देता है कि इसमें पाकिस्तान की एजेंसियां शामिल हैं।
अजीज ने कहा कि हमारी मांग है कि इस हमले की अंतरराष्ट्रीय जांच करवाई जाएं ताकि निष्पक्ष जांच हो सके। सनद रहे कि उड़ी हमले की शुरुआती जांच में पाकिस्तान समर्थित जैश-ए-मुहम्मद के आतंकियों के हाथ होने की बात सामने आई हैं।