ब्रेस्ट में ज्यादा सेल्स बनने से इस बीमारी का खतरा हो सकता है, जानिए यहाँ
महिलाओं में तिल होना खूबसूरती की निशानी माना जाता है। तिल पर कई गाने भी बन चुके हैं। पहले जिन महिलाओं को तिल नहीं होता था वे अपने चेहरे पर काजल या किसी भी काले पदार्थ से तिल बना लेती थी। जिससे वे और भी खूबसूरत दिख सकें। लेकिन अब रिसर्च की माने तो अधिक तिल वाली महिलाओं को ब्रेस्ट कैंसर का खतरा हो सकता है। आइए जानते हैं, क्या वाकई तिल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को जन्म दे सकता है!
ब्रेस्ट कैंसर और तिल
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर कई रिसर्च सामने आ चुके हैं। जिसमें बताया गया है कि अधिक तिल वाली महिलाओं में ओस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन जैसे हार्मोन का स्तर काफी अधिक होता है, ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका बढ़ जाती है।
फ्रांस में महिलाओं में तिल को लेकर एक रिसर्च किया गया। जिसमें अधिक तिल वाली 89,902 महिलाआों को शामिल किया गया। इसमें करीब 5,956 महिलाएं ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित थी। तो वहीं दूसरी ओर, जिन महिलाओं में कम तिल थे, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कम पाया गया।
रिसर्च का मानना है कि इस जानकारी के आधार पर ब्रेस्ट कैंसर के मामले रोकने में आसानी हो सकती है।
कैंसर एक्सपर्ट के अनुसार महिलाओं में होने वाले तिल जो ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनते हैं। ये कुछ अलग दिखाई देते हैं। तो आइए जानते हैं कि इन तिलों की पहचान कैसे की जाती है?
रिसर्च के अनुसार कैंसर वाले तिल अलग-अलग रंगों में होते हैं। इसमें स्लेटी, हल्का गुलाबी और सफेद आदि ऐसे रंग पाये जाते हैं। इन तिलों में खुजली, सूजन या आसापास की त्वचा भी लाल हो जाती है।
कैंसर वाले तिलों में हफ्तों या महीनों में ही बदलाव देखने को मिलता है।
तिल के पीछे ये है मान्यता
जानकरी के अनुसार, कई देशों में तिल को लेकर अजीबोगरीब मान्यताएं हैं। जी हां, यूरोप की बात करे तो, वहां तिल होने का मतलब किसी राक्षस की कैटेगरी का होना है। वहीं कई जगहों पर इसे ब्यूटी सीक्रेट भी माना जाता है।