ब्लाक प्रमुख के 10 पदों में से सात पर भाजपा और तीन पर सपा ने दर्ज की जीत
ब्लाक प्रमुख के 10 पदों में से सात पर भाजपा और तीन पर सपा ने जीत दर्ज की है। भाजपा के चार उम्मीदवार पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हो गए थे। शनिवार को मतदान हुआ तो पार्टी ने बिल्हौर, चौबेपुर और भीतरगांव सीट जीत लीं। पतारा, सरसौल और ककवन सीट पर सपा ने जीत हासिल की है।
पतारा में सपा की कोमल सिंह बनीं प्रमुख
पतारा में सपा प्रत्याशी कोमल सिंह सेंगर को 37 वोट मिले, जबकि भाजपा प्रत्याशी मनोज भदौरिया 34 वोट पा सके। यहां कुल 75 बीडीसी सदस्य हैं। तीन वोट अवैध हुए। एक वोट नोटा को मिला। हिरनी से बीडीसी सदस्य एवं उप्र महिला कांग्रेस कमेटी की प्रदेश उपाध्यक्ष सरिता सेंगर ने पहले ही नोटा को वोट देने की घोषणा कर दी थी।
भीतरगांव में भाजपा के अशोक 10 वोट से जीते
भीतरगांव में भाजपा प्रत्याशी अशोक सचान को 10 वोटों से जीत मिली। उन्हें 48 वोट मिले , जबकि सपा प्रत्याशी शिवकरण को 38 वोट मिले। तीन वोट अवैध रहे। यहां सपा नेताओं ने बीडीसी सदस्यों को वोट डालने से रोके जाने का आरोप लगाया। उन्होंने मजिस्ट्रेट से भी शिकायत की और कहा कि भाजपा के लोग सपा समर्थित सदस्यों को रोक रहे हैं।
बिल्हौर में भाजपा की मनोरमा ने लहराया परचम
बिल्हौर में भाजपा की प्रत्याशी मनोरमा 56 वोट पाकर निर्वाचित हुईं। उन्होंने सपा की प्रत्याशी कमला देवी को पराजित किया। कमला को सिर्फ 21 वोट मिले जबकि यहां तीन वोट अवैध घोषित किए गए। सपा से टिकट मिलने के बाद नामांकन के दिन ब्लाक परिसर से लापता हुईं नीरू देवी ने भी मतदान किया।
चौबेपुर में निर्वतमान ब्लाक प्रमुख को मिली हार
चौबेपुर से सपा के उम्मीदवार अनुभव शुक्ला को भाजपा के राजेश शुक्ला ने पराजित किया। राजेश केा 41 और अनुभव को मात्र 25 वोट मिले। चार वोट अवैध घोषित किए गए। अनुभव निर्वतमान ब्लाक प्रमुख भी हैं। उनके चाचा मुनींद्र शुक्ल बिठूर विधानसभा से सपा के विधायक रह चुके हैं। अनुभव के समर्थकों ने बीडीसी सदस्यों पर दबाव डालकर भाजपा उम्मीदवार को वोट दिलाने का आरोप लगाया।
ककवन में भाजपा उम्मीदवार को सिर्फ चार वोट मिले
ककवन में भाजपा उम्मीदवार नीलम कुशवाहा को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। यहां बिना किसी रणनीति उतरी पार्टी की उम्मीदवार को सिर्फ चार वोट मिले। सपा की प्रत्याशी किरण लता को 32 में से 28 वोट मिले।
सपा की विजय रत्ना जीतीं
सरसौल में सपा की उम्मीदवार डा. विजय रत्ना को बड़ी जीत मिली। उन्होंने 70 वोट हासिल कर भाजपा की गायत्री अवस्थी को 50 वोटों के भारी अंतर से हराया। गायत्री को 20 वोट ही मिले। सपा ने इस सीट को प्रतिष्ठा का प्रश्न बना रखा था। खासकर पूर्व एमएलसी लाल ङ्क्षसह तोमर के लिए यह सीट अहम थी।
निर्विरोध निर्वाचित प्रत्याशी : भाजपा ने ब्लाक प्रमुख की चार सीटों पर पहले ही निर्विरोध निर्वाचन करा लिया था। इसमें कल्याणपुर से अनुराधा अवस्थी, घाटमपुर से इंद्रजीत सिंह, बिधनू से अरुण कुमार, शिवराजपुर से शुभम वाजपेयी निर्विरोध निर्वाचित हुए थे।