चर्चित ब्लू व्हेल गेम पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने कड़ा रुख अपनाया है। कोर्ट ने पाया है कि यह गेम एक राष्ट्रीय समस्या है, जिसके खिलाफ कारगर कदम उठाए जाने बेहद जरूरी है। कोर्ट ने ब्लू व्हेल पर डाली गई याचिका पर सुनवाई के दौरान अपना पक्ष रखा।
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कोर्ट ने कहा कि दूरदर्शन और प्राइवेट चैनल इसके खिलाफ मुहिम चलाए और अपने प्राइम टाइम प्रोग्राम में जागरुकता के लिए कार्यक्रम भी प्रसारित करें।
बता दें कि देश में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिसमें इसे यूज करने वालों ने खुद को खत्म कर दिया या गंभीर रूप से घायल कर दिया। दरअसल, द ब्लू व्हेल किलर चैलेंज को रूस के सायकॉलजी के स्टूडेंट फिलिप बुदेकिन ने ईजाद किया था। उसे उसकी यूनिवर्सिटी से निकाल दिया गया था। वह कहता था कि वह इस गेम के ज़रिए सोसायटी को साफ करना चाहता है और ऐसे लोगों को मिटा देना चाहता है जो समाज के किसी काम नहीं आने वाले।
बाद में एक और 17 साल की रूसी लड़की को पकड़ा गया है जिसे इस गेम का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पहले यह लड़की इस खेल में भागीदारी करती थी। उस पर आरोप है कि उसने उन 50 चैलेंजों को बढ़ावा दिया है जिसमें इस गेम को खेलने वाले लोग खुद को नुकसान पहुंचाते हैं।
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