बंथरा के जुनाबगंज तिराहे पर नो एंट्री से ट्रक पास कराने के पुलिस के खेल का खुलासा करते हुए एडीजी जोन राजीव कृष्ण की स्पेशल टीम ने हेड कांस्टेबल संतराम और कांस्टेबल रामकिशुन सहित चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
दोनों पुलिसकर्मी बृहस्पतिवार दोपहर मौरंग-गिट्टी लदे दो ट्रक के चालकों को नो एंट्री पार कराने के नाम पर फतेहपुर के ललौली निवासी रेहान और अलीम से रिश्वत ले रहे थे।
सिपाहियों की गिरफ्तारी की खबर से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। एसएसपी दीपक कुमार ने दोनों सिपाहियों को तत्काल निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
देर रात चारों के खिलाफ बंथरा थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कराया गया। शुक्रवार दोपहर दोनों सिपाहियों सहित चारों को जेल भेज दिया गया।
एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्र ने बताया कि दोपहर करीब तीन बजे के आसपास जुनाबगंज तिराहे पर हेड कांस्टेबल संतराम और कांस्टेबल रामकिशुन की ड्यूटी लगी थी।
दोनों पुलिसकर्मी रुपये लेकर नो एंट्री में ट्रक पास करा रहे थे। कानपुर की दिशा से आ रहे ट्रक को रोका। ट्रक के साथ चल रहे स्कॉर्पियो सवार दो युवक उतरे और उन्हें 300 रुपये थमाए।
पास ही सादे कपड़ों में मौजूद एडीजी की विशेष टीम के इंस्पेक्टर नागेंद्र चौबे ने उन्हें दबोच लिया। पुलिसकर्मियों के रंगे हाथों पकड़े जाते ही हड़कंप मच गया। इंस्पेक्टर ने रिश्वत देने के आरोप में कार सवार अलीम और रेहान को भी दबोच लिया।
इससे पहले कि बंथरा पुलिस को जानकारी मिलती, इंस्पेक्टर चारों को लेकर वहां से चले गए। रात करीब एक बजे इंस्पेक्टर चारों को लेकर बंथरा थाना पहुंचे और अपनी तरफ से भ्रष्टाचार की धाराओं में केस दर्ज कराते हुए उन्हें थाना की हवालात में बंद करा दिया।
…तो एजेंट से काम कराती है पुलिस
पकड़े गए अलीम और रेहान कौन हैं? ट्रक उनके थे या वह पुलिसकर्मियों के लिए वसूली करते थे? इस बारे में कोई भी अधिकारी जानकारी नहीं दे सका है। इलाकाई लोगों का कहना है कि दोनों युवक पुलिसकर्मियों के एजेंट हैं और दिनभर बंथरा व जुनाबगंज तिराहा के आसपास स्थित ढाबे-रेस्टोरेंट में घूम-घूमकर ट्रक चालकों से नो एंट्री पार कराने के लिए संपर्क करते थे। एसएसपी का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।
एडीजी की टीम से भिड़े पुलिसकर्मी, गर्दन फंसती देख गिड़गिड़ाए
रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए पुलिसकर्मी पहले तो एडीजी की स्पेशल टीम से भिड़ गए। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुलिसकर्मियों ने इंस्पेक्टर नागेंद्र चौबे, दरोगा अभय मिश्रा व अन्य दरोगा-सिपाहियों के साथ अभद्रता की।
धक्का-मुक्की और हाथापाई पर उतारू हो गए। सड़क पर अराजकता का माहौल बन गया। भीड़ एकत्र हो गई। लोगों ने विरोध किया लेकिन बड़े अधिकारियों के आदेश पर कार्रवाई की पता लगते ही सबके तेवर ढीले पड़ गए। पकड़े गए पुलिसकर्मी गिड़गिड़ाने लगे। ले-देकर मामला रफा-दफा करने का प्रस्ताव भी रखा।